अयोध्या: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इस दौरान राम मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली. लाखों की संख्या में पहुंची भक्तों की इस भीड़ से सभी प्रकार की प्रशासनिक व्यवस्थाएं धाराशायी हो गईं. जिसके बाद प्रशासन ने फैसला किया है कि पहले महिलाओं और बुजुर्गों को दर्शन कराया जाएगा. इसके अलावा वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है. बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन ही लाखों की संख्या में राम भक्त रामलला के दर्शन करने के लिए पहुंच गए हैं. हालांकि बाहर के गेट पर एंट्री पर रोक लगा दी गई है. वहीं गर्भगृह में दर्शन जारी है. अभी भी लाखों की संख्या में राम भक्त दर्शन करने का इंतज़ार कर रहे हैं. भीड़ को नियंत्रित करना पुलिस प्रशासन के लिए भी बड़ी चुनौती बनता दिख रहा है.

वहीं एक श्रद्धालु के घायल होने की भी सूचना है. जानकारी के अनुसार यूपी के मुख्यमंत्री इस बात से काफी नाराज हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ खुद हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा ले रहें है हैं. वहीं लखनऊ जोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया ने राम भक्तों से अपील करते हुए कहा है कि श्रद्धालु अपना धैर्य न खोएं. उन्होंने मंदिर परिसर के अंदर मोबाइल फोन नहीं ले जाने की भी सलाह दी है. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखना ही पुलिस प्रशासन की पहली प्राथमिकता है.

ये भी पढ़ें: अब भारत बनेगा दुनिया का विकास इंजन, शेयर मार्केट में हांगकांग को छोड़ा पीछे

Share.
Exit mobile version