Joharlive Team

रांची। लातेहार जिला में सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर मंडल कारा और कोविड वार्ड से अपराधी भागने मामले में एसपी प्रशांत आनंद ने संबंधित पदाधिकारी व कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। इसमें एसआई दिलीप कुमार दास समेत 11 अन्य कर्मी शामिल है। सभी को पुलिस लाइन में योगदान देने का आदेश दिया है। लातेहार जेल से भागने मामले में हवलदार लालन प्रसाद, आरक्षी निर्भय नारायण मिश्रा और प्रसाद उरांव शामिल है। जबकि, कोविड वार्ड से भागने मामले में दरोगा दिलीप कुमार दास, सिपाही सुजीत कुमार, सच्चिदानंद, दयानंद, सुनील कुमार सिंह, सूर्य नारायण सिंह, मुकेश वर्मा और राफेल मुंडा शामिल है। इसके अलावा भी चंदवा थाना के दारोगा लालचंद बेदिया और मुंशी भूपेंद्र कुमार को लाइन हाजिर किया है। इन दोनों पर गाड़ी दुर्घटना में पैसे मांगने का आरोप है।

कोविड वार्ड में कैदियों को रखने की नही है खास सुविधा
कोविड वार्ड से जयवर्धन सिंह हत्याकांड के आरोपी भागने मामले में जांच के दौरान कई बातें सामने आयी है। सबसे बड़ी बात है कि राज्य के किसी भी कोविड वार्ड में कैदी को रखने के लिए कोई खास सुविधा नही है। पुलिस पदाधिकारी व कर्मी कोविड वार्ड के बाहर डयूटी करते है। मगर, अस्पताल के अंदर कैदी क्या कर रहें, इसकी जानकारी नही होती। कोरोना पॉजिटिव कैदियों के लिए हाजत की तरह बंद कमरे की सुविधा हो। जहाँ उनके लिए बाथरूम से लेकर हर चीज़ अन्य लोगों से अलग हो। पुलिस जान जोखिम में रखकर अपनी डयूटी कर रहे है। सुरक्षा में तैनात कर्मियों को इस बात का भी डर रहता है कि उनके जरिये यह बीमारी घर तक न पहुंच जाएं।

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