हजारीबाग: हजारीबाग कोर्ट परिसर में मंगलवार को अचानक हथियारबंद अपराधी घुस गए. जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और अपराधियों को धर दबोचा. बता दें कि हजारीबाग कोर्ट में आज एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के साथ ही आपातकालीन सेवाओं का परीक्षण किया गया. यह मॉक ड्रिल मंगलवार को दोपहर 12:15 से 13:30 बजे तक चला. मॉक ड्रिल प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, हजारीबाग के निर्देशन में हुआ. पुलिस अधीक्षक, हजारीबाग के आदेश पर पुलिस उपाधीक्षक (सीसीआर) की अगुवाई में एक विशेष टीम ने इस मॉक ड्रिल को अंजाम दिया. मॉक ड्रिल की शुरुआत कोर्ट परिसर में अचानक हथियारबंद अपराधकर्मियों के घुसने की सूचना से हुई. इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने पूरे परिसर में सर्च अभियान चलाया. जिला पुलिस बल, विशेष शाखा और डॉग स्क्वायड की मदद से 2 छद्म अपराधियों को पहचान कर पकड़ा गया. डॉग स्क्वायड की मदद ने इस अभियान को अधिक प्रभावी बनाया.
सुरक्षा को बेहतर बनाना उद्देश्य
इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का व्यापक निरीक्षण करना और सुरक्षा खामियों की पहचान करना था. साथ ही, आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और ठोस पहल की तैयारी भी इस ड्रिल का हिस्सा थी. मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस टीम ने अपनी तत्परता और सतर्कता का परिचय दिया. कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का गहन निरीक्षण किया गया और सुरक्षा बिंदुओं की खामियों को चिन्हित किया गया. इस ड्रिल के निष्कर्षों के आधार पर सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत बनाने के उपाय किए जाएंगे.
ये है भविष्य की योजना
पुलिस अधीक्षक, हजारीबाग ने मॉक ड्रिल में शामिल सभी पुलिसकर्मियों की सराहना की और भविष्य में नियमित रूप से इस तरह के मॉक ड्रिल आयोजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया. हजारीबाग जिला पुलिस द्वारा आयोजित इस मॉक ड्रिल ने कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है और पुलिस बल की तत्परता, सतर्कता और समर्पण को प्रदर्शित किया है.