नई दिल्ली: क्रिकेटर ऋषभ पंत के बारे में सुकून देने वाली खबर है. स्टार क्रिकेटर अब खतरे से बाहर है. रुड़की पुलिस के मुताबिक, ऋषभ पंत अपनी मां को सरप्राइस देना चाहते थे. इसीलिए वह देर रात दिल्ली से रुड़की की तरफ अपनी गाड़ी में अकेले निकले थे. पंत को अचानक झपकी आई थी, जिसकी वजह से उनका एक्सीडेंट हुआ. कार में उनके साथ कोई अन्य मौजूद नहीं था. ड्राइवर भी नहीं था, ऋषभ पंत खुद गाड़ी चला कर रुड़की में अपने परिवार से मिलने जा रहे थे. पुलिस के मुताबिक उनकी स्थिति ठीक है, वह बात करने की स्थिति में हैं और खतरे से बाहर हैं. उन्होंने ही हादसे के बारे में पूरी जानकारी दी. देहरादून के मैक्स अस्पताल में पंत का इलाज चल रहा है.
हरिद्वार रुलर के पुलिस अधीक्षक स्वपन किशोर ने बताया कि ऋषभ पंत की कार हरिद्वार जिले के मंगलौर और नरसन के बीच एनएच-58 पर डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. टक्कर के बाद उनकी कार में आग लग गई. स्थानीय लोगों ने क्रिकेटर को रुड़की सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें देहराूदन के मैक्स अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया. पंत के पैर में फ्रैक्चर हुआ है. उनके सिर और पीठ में भी चोट लगी है. ऋषभ पंत की मर्सिडीज कार का नंबर डीएल 10 सीएन 1717 है, हादसे के वक्त जिसमें वह सवार थे. प्रत्यक्षदशिर्यों के मुताबिक ऋषभ की कार रेलिंग से जा टकराई, जिसके बाद कार में आग लग गई. बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया गया गया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वाहन दुर्घटना में घायल क्रिकेटर के बारे में अधिकारियों से जानकारी लेते हुए उनके समुचित इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने ऋषभ पंत के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए कहा कि उनके इलाज का सारा व्यय राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा. अगर एयर एंबुलेंस की आवश्यकता होती है, तो उसकी भी व्यवस्था की जाए.