जमशेदपुर : पीएम विश्वकर्मा योजना को लेकर 17 सितंबर को जिले भर के शिल्पकारों के लिए आयोजित होने वाली कार्यशाला के सम्बन्ध में 14 सितंबर को उप विकास आयुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक हुई. सिदगोड़ा टाउन हॉल में होने वाली इस कार्यशाला में विभिन्न शिल्पियों से जुड़े जिले भर के शिल्पकार शामिल होंगे. उप विकास आयुक्त मनीष कुमार ने कहा कि भारत सरकार द्वारा पांच वर्षो के लिए 17 सितम्बर 2023 से पीएम विश्वकर्मा योजना सम्पूर्ण देश में लागू की जा रही है. उन्होंने बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों को इस योजना के तहत परम्परागत हस्तशिल्पियों एवं कारीगरों के उत्थान के लिए कार्य करने का निर्देश दिया. कहा कि जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त द्वारा कारीगरों के विकास के लिए किए गए कार्यों को जारी रखते हुए उनको यथोचित प्रशिक्षण और प्रोत्साहन प्रदान किया जाए. उन्होंने जिले में कारीगरों के विकास हेतु किए गए कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि जिला के सभी कारीगरों व उनके कार्यक्षेत्र की सम्पूर्ण सूची तैयार कर उपलब्ध करवाई जाए. उन्होंने 17 सितम्बर को प्रस्तावित विश्वकर्मा योजना के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला के सभी कारीगरों को बुलाकर उनको जागरूक करने और नियमानुसार लाभ पहुंचाने का निर्देश दिया.
पीएम मोदी द्वारका से लांच करेंगे स्कीम
केंद्र सरकार कारीगरों और श्रमिकों को प्रोत्साहन देने के लिए तैयार है. 17 सितंबर को पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर द्वारका में इस योजना का शुभारंभ करेंगे. योजना के तहत लाभार्थियों को रियायती ब्याज दर पर कोलेटरल फ्री कारोबार विकास लोन के अलावा, ई-वाउचर या ईआरयूपीआई के माध्यम से टूलकिट प्रोत्साहन के रूप में सभी को 15 हजार रुपये मिलेंगे. इसके अलावा कारीगरों को हर महीने अधिकतम 100 ट्रांजेक्शन के लिए हर ट्रांजेक्शन पर 1 रुपये का प्रोत्साहन भी दिया जाएगा.
क्या है विश्वकर्मा योजना
कारोबार को शुरू करने और उसे विस्तार देने के लिए यह योजना 1 लाख लोन पहले चरण में देती है. वहीं, दूसरे चरण के दौरान कामगारों को यह योजना 2 लाख तक का रियायती लोन प्रोवाइड कराती है. इस योजना के तहत 18 तरह के कामगारों को योजना में शामिल किया गया है. बता दें कि कामगारों के लिए सरकार ने इस योजना के तहत पांच साल की अवधि के लिए 13,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. इस योजना के तहत न्यूनतम आयु 18 साल रखी गई है. परिवार के एक ही सदस्य को इस योजना का लाभ मिलेगा. आवेदन करने वालों को स्व-घोषणा पत्र भी देना होगा.
किसे मिलेगा योजना का लाभ
केंद्र सरकार की इस योजना से लोहार, कुम्हार, राज मिस्त्री, धोबी, फूलों का काम करने वाले, मछली का जाल बुनने वाले, ताला-चाबी बनाने वाले, मूर्तिकार आदि को लाभ दिया जाएगा. साथ ही कुछ अन्य क्षेत्र के श्रमिकों को भी इसका लाभ दिया जाएगा.
कैसे मिलेगी आर्थिक मदद
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पहले चरण में एक लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाएगा. इसपर ब्याज की दर ज्यादा से ज्यादा 5 फीसदी होगी. उसके बाद दूसरे चरण में योग्य कामगारों को 2-2 लाख रुपये का रियायती कर्ज दिया जाएगा. साथ ही इन कारीगरों ओर शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और पहचान पत्र भी दिए जाएंगे. वहीं आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए 15 हजार रुपये की मदद भी दी जाएगी.