साहिबगंज : बोरियो में आदिम जनजाति की महिला रेबिका पहाड़िया की हत्या कर उसके टुकड़े-टुकड़े किये जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है. झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने सदन के अंदर और बाहर जमकर हंगामा किया. भाजपा विधायकों ने रेबिका पहाड़िन को न्याय दो के पोस्टर के साथ सदन के बाहर प्रदर्शन भी किया.
झारखंड की श्रद्धा मर्डर केस को सीपी सिंह ने बताया ‘लव जेहाद’
भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा के स्पीकर रह चुके चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह (सीपी सिंह) ने ‘साहिबगंज की श्रद्धा मर्डर केस’ लव जेहाद करार दिया. उन्होंने कहा कि साहिबगंज में जो जघन्य घटना हुई, वैसे मामले इस सरकार को सामान्य लगते हैं. यह लव जेहाद का है मामला. लव जेहाद को हेमंत सोरेन की सरकार संरक्षण दे रही है. यदि सरकार संरक्षण नहीं देती, तो इतना बड़ा कांड करने का साहस किसी में नहीं था.
ध्वस्त हो गयी है झारखंड की कानून व्यवस्था : सीपी सिंह
श्री सिंह ने कहा कि हेमंत सोरेन को पुलिस अधिकारियों को निर्देश देना पड़ रहा है कि गौ तस्करों की गाड़ी को न रोकें. हेमंत सोरेन की अगुवाई में चल रही महागठबंधन की सरकार गौ तस्करी और गौ हत्या को बढ़ावा दे रही है. हेमंत सोरेन की सरकार में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. उन्होंने रेबिका पहाड़िया (पहाड़िन) को न्याय दिलाने की मांग की. साथ ही कहा कि ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
संथाल परगना में बड़े पैमाने पर आ रहे हैं बांग्लादेशी घुसपैठिये
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार वसूली में लिप्त है. विरोध में उठने वाली हर आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है. विरोध करने वालों को जेल भेजा जा रहा है. राज्य में अपराधियों का खौफ बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि साहिबगंज के बोरियो की घटना वीभत्स है.
संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठियों की आ गयी है बाढ़
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि उन क्षेत्रों में, जहां संथाल और पहाड़िया जनजाति के लोग बड़े पैमाने पर रहते हैं, बांग्लादेशी घुसपैठियों की बाढ़ आ गयी है. सुनियोजित तरीके से उन्हें झारखंड में बसाया जा रहा है. संथाल और पहाड़िया जनजाति की बहू-बेटियों से बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं. इसका एकमात्र उद्देश्य आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करना है.
आदिवासियों की बर्बादी के रास्ते खोल रही हेमंत सोरेन सरकार
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आदिम जनजाति के लोगों को सुरक्षा देने की बजाय हेमंत सोरेन की सरकार उनकी बर्बादी के रास्ते खोल रही है. आने वाले समय में संथालियों और पहाड़िया जनजाति के लोगों के लिए संकट की घड़ी होगी. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन घुसपैठियों को बसाने में लगे हैं. उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं. उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही.
संथाल परगना में हड़पी जा रही है आदिवासियों की जमीन
श्री मरांडी ने कहा कि बोरियो और उसके आसपास के इलाके में सड़क के किनारे बड़े पैमाने पर नये-नये घर बन रहे हैं. लोगों की जमीन हड़पी जा रही है. गरीब संथाल और पहाड़िया रोजगार की तलाश में राज्य से पलायन कर चुके हैं. उनकी बहू-बेटियों को बांग्लादेशी घुसपैठिये बरगला रहे हैं. उनके शादी कर रहे हैं. उनकी हत्या कर रहे हैं.