Ranchi : आठ एकड़ जमीन के पुराने लफड़े में जमीन कारोबारी मधुसूदन राय उर्फ मधु राय को मौत के घाट उतार दिया गया। उसके चचेरे भाई उमेश राय ने सुपाड़ी देकर मधुसूदन राय पर गोलियां चलवायी थी। इस काम के लिये पेशेवर शूटर को लगाया गया था। जिन दो बाइक का इस्तेमाल किया गया था, वह भी शूटर मानवेल खलखो और उसके किसी रिश्तेदार के नाम पर फाइनेंस कराया गया था। दोनों बाइक का डाउन पेमेंट और EMI उमेश राय भर रहा है। मधुसूदन राय को टपकाने की प्लानिंग सितंबर 2024 में ही कर ली गयी थी। वहीं, वारदात को अंजाम 15 दिसंबर 2024 को दिया गया था। बाइक पर सवार होकर मानवेल खलखो और उमेश राय ने मधुसूदन राय पर ताबड़तोड़ दस गोलियां बरसायी थी। दीपक कुमार राय और राज किशोर राय के साथ एक अन्य आरोपी ने रेकी करने का काम किया था। इन दोनों ने मधुसूदन की इंफॉर्मेशन अशोक सिंह को दी। अशोक सिंह ने उमेश राय को सारी जानकारी दी, जिसके बाद उमेश राय ने मानवेल खलखो के साथ वारदात को अंजाम दिया। इस बात का खुलासा आज DIG सह रांची के पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा ने किया।
पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा ने मीडिया को बताया कि कांड को अंजाम देने में शामिल शूटर सहित चार संदेही गुनहगारों को गिरफ्तार किया गया है। हत्याकांड का सूत्रधार उमेश राय अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। गिरफ्तार लोगों के नाम मानवेल खलखो, अशोक सिंह, राज किशोर राय और दीपक कुमार राय हैं। इन सभी को बड़ाकवाली से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर पकड़ा गया। इनके पास से एक देसी कट्टा, सात जिंदा गोलियां, चार मोबाइल फोन और घटना में इस्तेमाल अपाची बाइक जब्त की गयी। गिरफ्तार लोगों वे अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस को दिये अपने बयान में इन लोगों ने कबूल किया कि साल 2008 में भी उमेश राय, दीपक राय, राज किशोर राय उर्फ गुड्डू समेत अन्य अपराधियों ने मधुसूदन राय पर फायरिंग की थी। इस हमले में मधुसूदन राय तो बच गया था, पर उसकी पत्नी को गोली लगी और उसकी जान चली गयी। इसके बाद दोबारा साल 2016 में मधुसूदन राय पर फिर से गोलियां बरसायी गयी। इस बार भी वह बच गया था। 15 दिसंबर 2014 को मधुसूदन राय को मौत के घाट उतार दिया गया। गिरफ्तार मानवेल खलखो के खिलाफ सदर थाना में एक और राज किशोर राय उर्फ गुड्डू के खिलाफ नामकुम थाना में दो मामले दर्ज हैं।
DSP मुख्यालय (प्रथम) अमर कुमार पांडेय और नामकुम थानेदार ब्रह्मदेव प्रसाद की देखरेख में एसआई रंजीत कुमार, एएसआई प्रभुवन कुमार, तारकेश्वर प्रसाद केशरी के साथ नामकुम थाना सशस्त्र बल की टीम ने इन संदेही गुनहगारों को दबोचा है।
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