नई दिल्ली : यौन शोषण और सेक्स स्कैंडल के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को कोर्ट ने छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. जेडीएस से निष्कासित सांसद रेवन्ना को 35 दिन बाद जर्मनी से लौटने पर बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया और शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया. कर्नाटक पुलिस की एसआईटी ने कोर्ट से रेवन्ना की 14 दिन की हिरासत की मांग की थी. दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी दलीलें पेश कीं. लंबी दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने रेवन्ना को 6 जून तक एसआईटी हिरासत में भेज दिया है.
इस दौरान जज ने प्रज्वल से पूछा कि उसे कहां से गिरफ्तार किया गया? क्या तुमने अपने परिजनों को इस बारे में बताया है? एसआईटी ने कोर्ट को बताया कि रेवन्ना को रात करीब 1 बजे एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया. उसके पिता को भी इस बारे में बता दिया गया था.
पुलिस हिरासत के लिए अदालत को बताया गया कि पुलिस को आगे की पूछताछ और जांच के लिए आरोपी की जरूरत है. आरोपी पर बलात्कार के गंभीर आरोप हैं, जो मामले का अहम पहलू है. एसपीपी ने कहा कि उन्होंने मीडिया में खबर आने से रोकने के लिए स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया है. वह विकृत मानसिकता का है. वीडियो में सभी महिलाओं की पहचान उजागर हो गई है.
एसपीपी ने कहा कि पीड़िता के बयान के अनुसार यह बलात्कार था. आरोपी ने खुद ही अपना वीडियो रिकॉर्ड किया. उसने व्हाट्सएप कॉल करके लड़की से कपड़े उतारने को कहा. पीड़िताओं को बयान के लिए राजी करना मुश्किल है. इसके लिए आरोपी से हिरासत में पूछताछ की जरूरत है. इस विशेष मुद्दे ने कई घरों में काफी समस्याएं पैदा कर दी हैं.
उन्होंने कहा कि हमें वह मोबाइल फोन ढूंढना है जिससे वीडियो रिकॉर्ड किया गया. साथ ही कई गवाहों को इकट्ठा करने की जरूरत है और डिवाइस की पुष्टि करनी है. अभी तक सिर्फ उसके ड्राइवर का मोबाइल फोन ही बरामद हुआ है. प्रज्वल के मोबाइल फोन में फेस लॉक फीचर है. ड्राइवर का फेस लॉक भी उसमें मौजूद था. इन सबकी जांच होनी चाहिए. वह पासपोर्ट का इस्तेमाल करके देश से भाग गया था. उसका वापस लौटने का कोई इरादा नहीं था. उसने एसआईटी के सामने पेश होने के लिए एक हफ़्ते का समय मांगा, लेकिन वादे के मुताबिक कभी नहीं आया. उसके वकील ने दावा किया कि वह यात्रा कर रहा था, लेकिन उसने कभी नहीं बताया कि वह विदेश में है.