रांची: रिम्स में देर रात हॉस्टल नंबर चार की तीसरी मंजिल से गिरकर पीजी द्वितीय वर्ष के छात्र डॉ आकाश भेंगरा की मौत हो गई. वहीं उनके साथ गिरी पल्लवी नामक युवती घायल है. उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है. घटना के बाद रिम्स परिसर में चर्चा है कि डॉ. आकाश और पल्लवी के बीच लंबे समय से प्रेम-प्रसंग था. कहा जा रहा है कि दोनों में किसी मामले को लेकर मतभेद हुआ इसके बाद दोनों ने तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी. बता दें कि डॉ आकाश की पढ़ाई-लिखाई पहले भी रांची में ही हुई थी. पुलिस फिलहाल मामले को संदेहास्पद मानकर जांच में जुट गई है. जानकारी के मुताबिक पल्लवी के साथ डॉ भेंगरा के फर्श पर गिरने से तेज आवाज हुई थी. इसके बाद वहां सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी एवं कई जूनियर डॉक्टर मौके पर पहुंचे. इसके बाद दोनों को आनन- फानन में ट्रॉमा सेंटर लाया गया. इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने इलाज शुरू किया. ट्रॉमा सेंटर में तीसरे तल पर सीसीयू में भर्ती डॉ आकाश भेंगरा को मल्टीपल इंज्यूरी हुई थी. इसके बावजूद ऑन ड्यूटी संबंधित चिकित्सक उपलब्ध संसाधन से उनकी जान बचाने में जुटे रहे. हालांकि तमाम तरह के प्रयासों के बावजूद रात 12.10 बजे डॉ आकाश भेंगरा की मौत हो गई. इलाज के क्रम में सीसीयू पर किसी बाहरी के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी.

ट्रॉमा सेंटर में घंटों डटे रहे पुलिस और जेडीए सदस्य

घटना की सूचना मिलने पर बरियातू के थानेदार मनोज कुमार सदल-बल रिम्स के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. इधर, मामले की जानकारी होने पर रिम्स जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के कई पदधारी एवं सदस्य भी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और जरूरी जानकारी ली. छात्रावास संख्या चार में अफरा-तफरी मची, आनन फानन में हॉस्टल के डॉक्टर्स लेकर पहुंचे.  इमरजेंसी रिम्स के छात्रावास संख्या चार में तीसरे तल से फर्श पर डॉ आकाश भेंगरा के संदिग्ध अवस्था में गिरने की जानकारी मिलते ही छात्रों एवं जूनियर डॉक्टरों के बीच अफरा-तफरी मच गई. सभी हड़बड़ी में डॉ भंगरा व युवती को लेकर इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे. जहां पर उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए सीपीआर दिया गया. इसके बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें तीसरे तल पर क्रिटिकल केयर विभाग ले जाया गया. वहां कुछ देर के इलाज के बाद डॉ भंगरा की मृत्यु हो गई. ट्रामा सेंटर में घायल युवती पल्लवी का इलाज चल रहा है. युवती का कंधा डिस्लोकेट हो गया था. एमआरआई व सिटी स्कैन की रिपोर्ट मिलने पर चिकित्सकों ने पल्लवी को खतरे से बाहर बताया है.

देर रात तक जमे रहे जूनियर डॉक्टर

घटना की सूचना मिलते ही रात 10.40 के बाद जूनियर डॉक्टरों के बीच हलचल मच गया. सभी एक- एक कर रिम्स इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर पहुंचते रहे. डॉ आकाश के देहांत की सूचना के बाद देर रात तक बड़ी संख्या में चिकित्सक इमरजेंसी के तीसरे तल पर मौजूद थे.  हालांकि उस समय तक जूनियर डॉक्टरों के अलावा रिम्स के कोई भी अधिकारी वहां नहीं पहुंचे थे. वहीं देर रात तक बरियातू थाने की टीम अस्पताल परिसर में ही थी.

जूनियर डॉक्टरों ने बताया रिम्स कि नहीं है युवती

रिम्स जूनियर डॉक्टरों के अनुसार डॉ आकाश के साथ छलांग लगाने वाली युवती रिम्स की छात्रा नहीं है, वह कहीं दूसरे जगह की रहने वाली है. हालांकि सभी एक-दूसरे से युवती के बारे में जानकारी लेते रहे पर कोई उसके बारे में सही जानकारी नहीं दे पा रहे थे.  चिकित्सकों ने बताया की लंबे समय से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था.

 

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