रांचीः पिछले दिनों डोरंडा इलाके में जमीन कारोबारी अल्ताफ की हत्या हुई. इस हत्या की साजिश में पार्षद के पति मो. रिजवान की संलिप्तता सामने आई है. रिजवान के कहने पर ही अल्ताफ की हत्या की गई. यह खुलासा अल्ताफ हत्याकांड के मुख्य आरोपी अली खान ने किया है. अली खान को पूछताछ के लिए पुलिस ने रिमांड पर लिया है.
जमीन विवाद में हुई हत्या
रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में मुख्य आरोपी ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी है. अली खान ने बताया कि डोरंडा गौस नगर स्थित एक जमीन को रिजवान और अल्ताफ दोनों ने अलग-अलग लोगों से एग्रीमेंट कराया था. एक जुलाई को उस जमीन पर मिट्टी गिराई जा रही थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद रिजवान मौके पर पहुंचा और विरोध करने लगा. इस दौरान अल्ताफ के पार्टनर सोनू के साथ रिजवान की मारपीट हुई और रिजवान गंभीर रूप से घायल हो गया. इस घटना के बाद ही रिजवान ने अल्ताफ की हत्या की प्लानिंग की. पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी के बयान की सत्यता की जांच की जा रही है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि अली खान ने अपने साथियों के साथ दिनदहाड़े 14 जुलाई को अल्ताफ की हत्या कर दी थी.
जमीन में 50 प्रतिशत कमीशन का दिया प्रलोभन
मुख्य आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वो रिजवान के साथ जमीन का कारोबार करता था. रिजवान कोई जमीन लेता, तो अल्ताफ उस पर अड़ंगा डाल देता था. इससे रिजवान को काफी नुकसान हो रहा था. रिजवान ने कहा कि अल्ताफ को रास्ते से हटा दो. इसके एवज में प्रत्येक जमीन की बिक्री पर 50 प्रतिशत का कमीशन देंगे. इसके बाद ही अल्ताफ की हत्या की गई.
हत्या के बाद भाग गया था मुंगेर
पूछताछ में मुख्य आरोपी ने पुलिस को यह भी बताया कि अल्ताफ की हत्या के बाद वह बिहार के मुंगेर भाग गया था. इसके बाद मुंबई, गोवा और दिल्ली आदि जगहों पर चला गया. पुलिस की दबिश के बाद ही कोर्ट में सरेंडर किया.
14 जुलाई को हुई थी अल्ताफ की हत्या
हिनू आइलेक्स के समीप 14 जुलाई को दिनदहाड़े जमीन कारोबारी अल्ताफ की अपराधियों ने ताबडतोड़ गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी मौके से भाग निकला था. अल्ताफ की हत्या के बाद अपराधियों ने काना जावेद की हत्या की योजना बनाई. काना जावेद की हत्या करने के लिए 18 जुलाई को उसके डोरंडा स्थित घर पहुंचा. इसी दौरान पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अपराधियों में डोरंडा दर्जी मोहल्ला का राशिद अंसारी उर्फ मारी, बेलदार मोहल्ला का साहेब खान उर्फ दादा उर्फ मो. तसलीम, कुम्हार टोली का मो. चांद उर्फ नाथू, मणिटोला का मो. राज उर्फ मो. महताब, धोबी मोहल्ला का निजाद अख्तर उर्फ मुन्ना उर्फ बुलेट, राइन मोहल्ला का शाहबाज कारतूस उर्फ सूखा उर्फ चोंच, रहमत कॉलोनी का राशिद अंसारी उर्फ फूल, रहमत कॉलोनी का सरफराज कुरैशी उर्फ मुग्गी, दर्जी मोहल्ला का मो. वारिस और सैफ अली खान आदि शामिल था.