किसलय शानू
रांची : कोरोना महामारी को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन है। इस महामारी से आम जनता को सुरक्षित रखने के लिए कोरोना वारियर्स पुलिस चौबीस घंटे सड़कों पर तैनात है। पुलिस इस घड़ी में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। लॉकडाउन में इनकी जरूरत और जिम्मेवारी काफी बढ़ गयी है। कुछ पुलिसकर्मियों को तो शिफ्ट में ड्यूटी करनी पड़ती है, लेकिन ज्यादातर ऐसे पुलिसकर्मी व पदाधिकारी हैं, जिनके पास समय का कोई सीमा नहीं होता है। ऐसे में ये सभी पुलिसकर्मी नयी ऊर्जा के साथ हर दिन अपनी ड्यूटी कर रहे है। पूरे धैर्य व जिम्मेवारी के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। अपनी जान की परवाह किये बगैर जनता की सेवा में लगे हुए हैं। इनके पास कोरोना वायरस से खुद के बचाव के लिए कोई खास संसाधन भी नहीं है।
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इसके बावजूद डयूटी में कोई कमी नही कर रहे है। सुरक्षा के लिहाज से बात करें, तो एक मास्क और सेनिटाइजर है। जो, खुद अपने से इंतजाम कर रहे हैं। नतीजा यह है कि इनका मास्क अच्छी क्वालिटी का नहीं है। मामूली मास्क के सहारे ये दिन भर की ड्यूटी कर रहे हैं। कोई रिम्स में तैनात है, तो कोई खेल गांव में। कोई हिंदपीढ़ी में तैनात है, तो कोई शहर के अन्य हिस्से में। सभी का एक ही हाल है। खुद का खरीदा हुआ सस्ता और मामूली मास्क के सहारे सभी जगह ड्यूटी कर रहे हैं। पुलिसकर्मी जिस मास्क को लगाकर ड्यूटी कर रहे हैं, उनमें से कई का थ्री लेयर मास्क भी नहीं है। इसके बावजूद स्वास्थ्य इमरजेंसी के इस समय में इनके जोश में कोई कमी नहीं आयी है और ये वॉरियर्स अपनी जिम्मेवारी को पूरी जवाबदेही के साथ निभा रहे हैं।
दूसरी ओर लॉकडाउन के अनुपालन में पुलिसकर्मी किसी के साथ सख्ती भी बरतना नहीं चाहते हैं, लेकिन कभी-कभी इनकी भी मजबूरी हो जाती है। डीजीपी एवी राव का भी सख्त निर्देश है कि सड़कों पर बेवजह निकलने वाले लोगों को स्वास्थ्य इमरजेंसी का मतलब समझाकर वापस लौटाया जाये। सभी एसएसपी व एसपी अपने-अपने जिले में डीजीपी के आदेश का अनुपालन भी करा रहे हैं। इस खतरे को देखते हुए ही पुलिस एसोसिएशन और पुलिस मेंस एसोसिएशन ने सरकार को पत्र लिखकर सभी पुलिसकर्मियों के लिए 50-50 लाख का बीमा कराने की भी मांग की है।
इस बीच राहत की एक बात यह है कि प्रशासन ने राजधानी के थानों को सैनिटाइज करने का काम शुरू कर दिया है। सैनिटाइज करने वाली टीम थाने में रखी हर एक चीज को सैनिटाइज कर रही है। पुलिस के बैठने, वाहन, फर्नीचर सहित आराम करने वाले कमरों को भी सैनिटाइज किया जा रहा है।
वैसे भी पुलिसकर्मी लॉकडाउन के दौरान काफी सक्रिय हैं। कई पुलिसकर्मी तो बीते दो हफ्ते से अपने घर भी नहीं गये हैं। उन सभी ने ड्यूटी के बाद थाने में ही अपना डेरा बना लिया है। दिन भर काफी लोगों के वे संपर्क में आते हैं। ऐसे में संक्रमण का खतरा उन्हें ज्यादा रहता है। लॉकडाउन के दौरान भी कई अपराधी भी गिरफ्तार हो रहे हैं। ऐसे में हाजतों को भी सैनिटाइज किया जा रहा है।