Joharlive Desk

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। अभी भी एक तबका ऐसा है जो इसकी गंभीरता को नहीं समझ रहा है और सामाजिक दूरी जैसे अति महत्वपूर्ण उपाय को अपनाने में रुचि नहीं दिखा रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में अभी तक इससे 606 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 12 लोगों की मौत हो चिकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही 14 अप्रैल तक पूरे देश में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर चुके हैं। महाराष्ट्र इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है जहां अभी तक इसके 122 मामले आ चुके हैं वहीं केरल में भी 118 पाजिटिव मामले सामने आ चुके हैं।

गोवा में भी कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार यहां तीन संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संक्रमितों में एक 25 वर्षीय व्यक्ति, 35 वर्षीय व्यक्ति और 55 वर्षीय बुजुर्ग शामिल हैं। तीनों क्रमशः स्पेन, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका से यात्रा करके लौटे हैं।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने होम क्वारंटीन की सलाह के बावजूद सड़कों पर घूमने वालों को जेल में डालने की चेतावनी दी है। सावंत ने बुधवार को कहा, हमने उन सभी के हाथ पर मुहर लगाई है, जिन्हें डॉक्टरों ने घरों पर रहने को कहा है। अगर इनमें से कोई भी व्यक्ति सड़कों पर घूमता पाया जाता है तो 14 दिन तक पुलिस लॉकअप या सेंट्रल जेल भेजा जाएगा। सरकार हरसंभव कदम उठा रही है ताकि यह महामारी राज्य में न फैले।

कोरोना महामारी से बचने के लिए उठाए जा रहे सख्त कदमों के बीच केंद्र सरकार की ओर से बुधवार को आम लोगों के लिए राहत की खबर आई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में 80 करोड़ लोगों को दो रुपये किलो गेहूं-तीन रुपये किलो चावल देने का फैसला किया है। सभी लोगों को तीन महीने का राशन एडवांस में दिया जाएगा।
कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कालाबाजारी-जमाखोरी करने वालों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। लोगों को अफवाह में न आने और लॉकडाउन के दौरान सामान्य दिनों की तरह ही जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति जारी रहने का आश्वासन दिया।

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