Joharlive Desk

नई दिल्ली। देशभर में स्वास्थ्यकर्मियों पर बढ़ते हमलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है। केंद्र सरकार की ओर से शनिवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गई।

गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि गृह मंत्रालय ने आज सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखकर अस्पतालों और पृथक केंद्रों में कार्य कर रहे डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को पुलिस सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 के लिए भारत की प्रतिक्रिया सक्रिय रही है। हमने एक वर्गीकृत दृष्टिकोण का पालन किया है। उन्होंने बताया कि देश में कोविड-19 से निपटने के लिए 586 अस्पताल और एक लाख से अधिक आइसोलेशन बेड हैं।

अग्रवाल ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए लॉकडाउन और रोकथाम के उपाय महत्वपूर्ण हैं। अगर हमने कोई उपाय नहीं किया होता तो इस समय हमारे सामने दो लाख मामले आ गए होते।

Share.
Exit mobile version