Joharlive Desk
नयी दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि लॉकडाउन के दौरान जिन क्षेत्रों में छूट दी गई है अगर वहां लोग सामाजिक दूरी और स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो वहां कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के संक्रमण मामलों में बढ़ोत्तरी हो सकती है और ऐसे में प्रतिबंध फिर लगाये जा सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लॉकडाउन के दौरान देश के अनेक हिस्सों में छूट दी जा रही है लेकिन इस दौरान अगर लोगों ने सामाजिक दूरी बनाने और उपयुक्त स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया तो अब तक जो मेहनत की गई थी उसके नतीजे बदल सकते हैं और कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी हो सकती है। इसलिए सभी की जिम्मेदारी है कि वे कहीं भी आते-जाते समय उपयुक्त दिशा- निर्देशों का पालन करें और अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए समाज तथा राष्ट्र के प्रति अपनी भूमिका का निर्वहन करें।
उन्होंने कहा कि अब तक सबसे सकारात्मक बात यह रही है कि हमारे देश में “आउटकम रेश्यो” में इजाफा हुआ है यानी जितने मामले आए थे और उनमें से कितने लोग ठीक हुए हैं और कितनों की मौत हुई है, वह अब बढ़कर 90:10 हो गया है और 17 अप्रैल माह को यह 80:20 था, जो दर्शाता है कि हमारी चिकित्सकीय क्षमता में इजाफा हुआ है। इससे यह साबित होता है कि देश में कोरोना वायरस को लेकर की गई तैयारियां सहीं दिशा में हैं और हम किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपट सकते हैं।
उन्होंने बताया कि रविवार से अब तक देश में कोरोना वायरस के 2553 नये मामले सामने आये हैं तथा 72 मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1373 हो गयी है।
देश के विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के अब तक कुल 42533 मामलों की पुष्टि हुई है। सबसे सकारात्मक बात यह है कि कोरोना वायरस से संक्रमितों के स्वस्थ होने की रफ्तार में भी तेज आई है और पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमित 1074 लोगों के स्वस्थ होने के साथ ही ऐसे लोगों की संख्या 11707 पर पहुंच गयी है। इससे देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 27़ 52 प्रतिशत हो गई है।