Joharlive Desk
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसकी एक बड़ी वजह कोरोना वायरस का बहरूपिया होना भी है। हर देश, हर राज्य में ये अलग रूप में आ रहा है। पहले इसके तीन रूपों A, B और C रूप पर ही माथापच्ची हो रही थी। फिर भारत में S और L रूप भी सामने आ गए। जब तक वैज्ञानिक इसके किसी रूप पर रिसर्च करते हैं, तो इसका कोई अलग ही रूप सामने आ जाता है।
आप भी जब इस बहरूपिया वायरस के बारे में जानेंगे तो चौंक जाएंगे। दरअसल, कोरोना वायरस इतना शातिर है कि जलवायु और जगह के हिसाब से रूप बदलकर लोगों को संक्रमित कर रहा है। इससे वैज्ञानिक भी चौंक रहे हैं। वैज्ञानिक जब तक किसी निष्कर्ष तक पहुंचने की कोशिश करते हैं, कोरोना का एक नया रूप सामने आ जाता है। आइए, जानते हैं कि आखिर ये कोरोना वायरस कैसे अलग-अलग रूप लेकर लोगों की जान ले रहा है।
- रंग-रूप बदल रहा है कोरोना वायरस
दरअसल, कोरोना के रंग-रूप बदलने की कहानी वुहान से शुरू होती है। चीन के नेशनल सेंटर फॉर बायोइन्फॉर्मेशन ने एक स्टडी में 10 हजार सैंपल्स के आधार पर वायरस के 4300 बदलाव दर्ज किए गए थे। वहीं, ये पता चला कि कोरोना के तीन स्ट्रेन होते हैं, ए, बी और सी। लेकिन भारतीय वैज्ञानिकों को लगता है कि कुछ स्ट्रेन ऐसे भी हैं, जिनकी ताकत का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता।
भारतीय वैज्ञानिकों के अनुमान का आधार देश में अलग-अलग मरीजों में अलग बदलाव वाले कोरोना वायरस की मौजूदगी था। जैसे जयपुर में संक्रमित मिले इटली के नागरिकों में चेक गणराज्य, स्कॉटलैंड, फिनलैंड, इंग्लैंड, स्पेन, शंघाई और आयरलैंड में फैले वायरस के जैसी समानता दिखाई दी। जबकि दिल्ली के मरीज के संपर्क में आए आगरा के मरीजों में मिलने वाले संक्रमण का स्ट्रेन नीदरलैंड, हंगरी, फ्रांस, जर्मनी, ब्राजील और स्विट्जरलैंड जैसा था।
- S स्ट्रेन से ज्यादा जानलेवा है L स्ट्रेन वाला कोरोना वायरस
इस बीच वैज्ञानिकों को भारतीय मरीज में वायरस का पांचवां बदलाव भी देखने को मिला। भारतीय मरीजों में अब तक 17 से भी ज्यादा देशों के वायरस मिल चुके हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि भारतीय मरीजों में अब तक मिलने वाले वायरस किसी एक देश के वायरस जैसे नहीं हैं।
केरल में S वायरस ने तबाही मचाई जबकि मध्य प्रदेश और गुजरात में L स्ट्रेन वाला कोरोना वायरस लगातार मौतों की तादाद बढ़ाने का काम कर रहा है। शुरुआती रिचर्स बताती है कि L स्ट्रेन वाला कोरोना वायरस S स्ट्रेन वाले वायरस के मुकाबले ज्यादा जानलेवा माना जा रहा है।
- मध्य प्रदेश और गुजरात में कोरोना के L स्ट्रेन ने मचाया कहर
कोरोना का भारत में सबसे खतरनाक रूप L स्ट्रेन है। गुजरात और मध्य प्रदेश में इसने जमकर तबाही मचा रखी है। हालात इतने बदतर हैं कि कोरोना के केस इन दोनों राज्यों में हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। कुछ तो है जिसकी वजह से इन राज्यों में कोरोना कहर ढा रहा है। भारतीय वैज्ञानिक अपने स्तर पर जांच में जुटे हैं।
राज्य भी अपने स्तर पर इस राज से पर्दा उठाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर उनके यहां कोरोना का कौन सा रूप जानलेवा साबित हो रहा है। गुजरात कोरोना संक्रमण के मामले में देश में दूसरे पायदान पर है। यहां मरीजों की तादाद करीब 3300 के पार पहुंच गई है, जबकि डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर के एक वैज्ञानिक ने भी गुजरात में एल स्ट्रेन वाले वायरस की पुष्टि की है।
- कोरोना के बदलते रूप की रिसर्च बना चुनौती
मध्य प्रदेश के हॉटस्पॉट इंदौर में भी कोरोना के नए रूप को लेकर स्टडी की तैयारियां जोरों पर हैं। पूरे राज्य में मरीजों की तादाद 2 हजार के पार पहुंच गई है। कोरोना की जंग कई मोर्चों पर लड़ी जा रही है। एक तरफ चीन से आए वायरस से लोगों को बचाने की चुनौती है तो दूसरी तरफ रूप बदलते इस वायरस पर जल्द से जल्द रिसर्च कर इसका तोड़ निकालने की कोशिश की जा रही है।
- आगरा में तेजी से बढ़े कोरोना संक्रमण के केस
कोरोना से देश की हालत बेहद गंभीर होती जा रही है। कुछ चुनिंदा शहरों में तो नींद उड़ा दी है. उन्हीं में से एक है यूपी का आगरा। चीन में जो हाल वुहान का था, कुछ वैसा ही हाल ताजनगरी का होता दिखाई दे रहा है। कोरोना की लड़ाई में आगरा मॉडल बनकर उभरा था, लेकिन अब उसी शहर में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आगरा में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. शहर में पिछले 24 घंटों में कोरोना पॉजिटिव के 9 नए मामले सामने आए हैं। अब कुल मरीजों की संख्या 381 हो गई है. इसमें से 10 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, अब तक 52 लोग ठीक भी हुए हैं।