कोडरमा : सिंप्लेक्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी के डिबार होने से अधर में लटका कोडरमा मेडिकल कॉलेज और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का काम फिर से शुरू होगा. इस बार पुणे, महाराष्ट्र की कंपनी को निर्माण कार्य की जिम्मेवारी मिली है. बीते दिनों वासकोन कंपनी को टेंडर निर्गत किया गया था. इस बार 352 करोड़ 91 लाख की लागत से करमा मेडिकल कॉलेज एन्ड डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का निर्माण होगा, जबकि समय सीमा 30 महीने रखी गई है.

पीएम मोदी ने ऑनलाइन किया था शिलान्यास

करमा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का 23 सितंबर 2018 को पीएम नरेन्द्र मोदी ने ऑनलाइन शिलान्यास किया था. इसके तहत 500 बेड वाला मेडिकल कॉलेज और सदर अस्पताल में निर्माण होना था. 69.84 एकड़ जमीन में से 30 एकड़ जमीन पर फरवरी 2022 में कार्य पूरा करना था. यह काम कोलकाता की सिंप्लेक्स इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को मिला था. लागत लगभग 319 करोड़ रुपये थी. लेकिन कंपनी ने कार्य धीमी गति से किया. वहीं कंपनी विवादों में भी घिरी रही. निर्माण अवधि के समय सीमा के भीतर सिम्पलेक्स ने इतना सुस्त रवैया अपनाया की कंपनी को डिबार कर दिया गया. इस वजह से करमा मेडिकल कॉलेज निर्माण बीच में ही रुक गया. विभाग ने फिर से नई कंपनी को कार्य देने के लिए टेंडर निकाला. इसमें इस बार वासकोन कंपनी ने टेंडर प्रक्रिया पूरी की है.

तीन कंपनियों ने डाला था टेंडर

करमा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के निर्माण कार्य के लिए निकाले गए टेंडर में तीन कंपनियों ने निविदा डाली थी. इनमें वासकोन इंजीनियरिंग लिमिटेड, पुणे, श्री गौतम कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड, असम और जेआरए इंफ्राटेक, गढ़वा शामिल थीं. इनमें जेआरए इंफ्राटेक को बीड सिक्योरिटी (एसबीडी) के अनुरूप नहीं रहने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया. जिसके बाद बाकी बची दोनों कंपनियों के बीड खोले गए. न्यूनतम निविदाकार वासकोन इंजीनियरिंग कंपनी को झारखण्ड राज्य भवन निर्माण निगम रांची ने पत्रांक 1593/7 जुलाई 23 द्वारा परिमाण विपत्र की राशि से 5.857 प्रतिशत अधिक दर होने के कारण वार्ता के लिए बुलाया गया. कार्य की कुल राशि 352,91,00,529 (तीन सौ बावन करोड़, एकानवे लाख पांच सौ 29 रुपये) पर कार्य करने की सहमति बनी. पूर्व में व्यय की गई राशि का योग प्रशासनिक स्वीकृति की अनुज्ञेय सीमा की राशि से बढ़ी हुई राशि पर प्रशासी विभाग से अनुमोदन के बाद ही कार्य आवंटन करने का निर्णय लिया गया है.

कब से शुरू होगा कार्य ?

निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद झारखण्ड राज्य भवन निर्माण निगम, रांची के कार्यपालक निदेशक ने एसबीडी के अनुसार संवेदक को अविलंब एसबीडी के प्रपत्र में letter Of Acceptence (lOA) निर्गत करने और संवेदक के सभी मूल दस्तावेज जांच कर एकरारनामा करने की कार्यवाही करने एवं शर्तो के आधार पर कार्य शुरू करने को लेकर प्रबंधक, झारखण्ड राज्य भवन निर्माण निगम को 4 अक्टूबर 23 को पत्र लिखा है. इधर, झारखण्ड राज्य भवन निर्माण निगम के कोडरमा कार्यपालक अभियंता अशोक रजक ने बताया कि निविदा के बाद विभागीय स्तर से प्रक्रिया जारी है. निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा, मामला प्रक्रियाधीन है.

Share.
Exit mobile version