रांची: जेल में एनआईए कोर्ट के एक जज की हत्या की साजिश रची जा रही थी. यह जानकारी रांची पुलिस को मिले गुमनाम पत्र के माध्यम से मिली है, जिसने पूरे प्रशासन में खलबली मचा दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए खेलगांव पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज की है. गुमनाम पत्र में बताया गया है कि रांची जेल में बंद छह कैदियों ने एनआईए कोर्ट के जज की हत्या के लिए बिहार के कुछ अपराधियों को दो करोड़ रुपए की सुपारी दी. इस पत्र में ये भी उल्लेखित है कि जेल में इलाज के लिए रिम्स जाने के दौरान साजिश की गई.
एफआईआर दर्ज
खेलगांव थाने में तैनात दरोगा गजेश कुमार ने जांच के बाद बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद 6 कैदियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. गजेश कुमार ने एफआईआर में लिखा है कि मामले की जांच का जिम्मा उन्हें सौंपा गया है. जांच में पता चला कि कुख्यात पीएलएफआई उग्रवादी प्रभु प्रसाद साहू और निवेश कुमार पोद्दार को इलाज के बहाने रिम्स भेजा गया था, जहां उन्होंने शूटरों को 75 लाख रुपए दिए.
कैदियों का इनकार
हालांकि, पूछताछ में दोनों उग्रवादियों ने किसी भी जज की हत्या की साजिश से इनकार किया है. पुलिस का कहना है कि इस मामले की गहन जांच की आवश्यकता है, ताकि सच का पता लगाया जा सके.