Joharlive Desk
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का अघोषित प्रवक्ता करार देते हुये कांग्रेस के नेताओं ने एक सुर में कहा कि उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रही दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर चुप्पी साधकर बसपा प्रमुख ने साबित कर दिया है कि उनका और भाजपा का अंदरखाने का समझौता हो गया है।
कांग्रेस दफ्तर में रविवार को बुलायी गयी प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में दलित समाज पर राज्य संरक्षण में हमले बढ़े हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अयोध्या में बाल कटवाने गए एक दलित युवक की धार वाले हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी गयी वहीं कन्नौज में भाजपा सासंद सुब्रत पाठक द्वारा तहसीलदार अरविंद कुमार के घर में घुसकर मारपीट की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होने कहा कि रामपुर में एक सफाईकर्मी के साथ मारपीट कर उसके मुंह में सैनिटाइजर का डाल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। लखीमपुर में गुड़गांव से अपने गांव लौटे दलित युवक को पुलिसकर्मी ने इतना बेरहमी से मारा कि उसने खुदकुशी कर ली। आजमगढ़ में दबंगों ने दलित मजदूर की हत्या के बाद परिवार को शव देकर धमकाते हुए कहा कि कानूनी कार्रवाई करोगे तो वहीं हाल होगा जो उसका हुआ। मैनपुरी के ग्राम बीरपुर कलां मे दबंगों ने समर का पानी फैलाने का विरोध करने पर दलितों के परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया।
श्री पुनिया ने कहा कि दलित उत्पीड़न की फेहरिस्त लंबी है और यह सब सरकारी संरक्षण में हो रहा है। हमने लगातार यह सवाल उठाया है और लड़ रहे हैं, लेकिन स्वघोषित दलितों की नेता मायावती की चुप्पी क्या साबित करती है।
कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि योगी सरकार में दलित समाज पर हमला बढ़ा है लेकिन बहन मायावती के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता है। प्रदेश में दलितों-वंचितों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न पर मायावती जी क्यों नहीं बोलती हैं। बहन मायावती और दलित विरोधी भाजपा के अंदरखाने समझौता हो गया है और वह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन आलोक प्रसाद ने कहा कि पूरे प्रदेश में हम सेवा कर रहे हैं। बाहर से लौट रहे प्रवासी मजदूरों के लिए कांग्रेस 40 जगहों पर स्टॉल्स लगाकर नाश्ता वितरित कर रही है। 22 जिलों में हम रसोईघर चला रहे हैं। 67 लाख लोगों तक हमने मदद पहुंचायी है।
उन्होंने कहा “ हमारे प्रदेश अध्यक्ष को जनसेवा करने के कारण जेल में डाल दिया गया है। कई दर्जन नेताओं के ऊपर फर्जी मुकदमें दर्ज किए गए हैं लेकिन योगी आदित्यनाथ सुन लीजिए आपका दमन हमारे सेवा को नहीं रोक सकता हैं।”