रांची: संवाद आपके साथ कार्यक्रम के तहत, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने अपने दल के साथ चतरा और लातेहार जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इटखोरी स्थित भद्रकाली मंदिर में पूजा अर्चना भी की. चतरा में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा का दामन छोड़कर सुभाष दास और उनके सैकड़ों समर्थक कांग्रेस में शामिल हुए. इस अवसर पर केशव महतो कमलेश ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों को पार्टी का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि उम्मीदवार किसी व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि कांग्रेस का होगा.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीति और इतिहास को युवाओं के बीच फैलाना जरूरी है. उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार जनता की सरकार है, जबकि भाजपा की सरकार बड़े पूंजीपतियों, जैसे अडानी और अंबानी के समर्थन में काम करती है. उन्होंने झारखंड में किसानों के 2 लाख रुपए तक के ऋण माफ करने और भाजपा की सरकार द्वारा बड़े पूंजीपतियों के ऋण माफी की आलोचना की.

भाजपा खोज रही चुनावी मुद्दे

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अबुआ आवास योजना, सर्वजन पेंशन योजना, ओल्ड पेंशन योजना और सावित्रीबाई फुले योजना जैसे कार्यक्रमों से भाजपा नेताओं की नींद उड़ी हुई है. भाजपा नए चुनावी मुद्दे खोज रही है. महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में मईंया सम्मान योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना से महिलाओं को लाभ मिल रहा है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि आगामी चुनावी मुकाबले में महागठबंधन सरकार द्वारा किए गए कार्यों को उनके विरोधियों के खिलाफ ब्रह्मास्त्र के रूप में इस्तेमाल करें.

हर वर्ग के लिए किया काम

कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ. रामेश्वर उरांव ने भी अपने संबोधन में कहा कि 5 वर्षों की सरकार में, कांग्रेस ने समाज के हर वर्ग के लिए आर्थिक और सामाजिक नीतियों का निर्माण किया है. उन्होंने बताया कि कांग्रेस की योजनाएं पंचायत स्तर तक पहुंचाई गई हैं और जनता को उनके हक दिलाने के लिए काम किया गया है. संवाद में रविंद्र सिंह, सतीश पाल मुंजनी, जयशंकर पाठक, मदन मोहन शर्मा, संजय लाल पासवान, केदार पासवान, और रियाज अंसारी शामिल थे. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उपस्थित थे, जिनमें के. एन. त्रिपाठी, भीम कुमार, प्रमोद दुबे, विनोद कुशवाहा, मोतीलाल पासवान, बद्रीराम, धीरज अंबेडकर, प्रेम रंजन पासवान, आनंद भारती, मुकेश पासवान, प्रसाद भारती, अर्जुन राम, ब्रह्मदेव पासवान, रमेशीराम और सुबोध कुमार दास शाहिद शामिल थे.

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