रांची : लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने झारखंड के सात सीटों पर चुनाव लड़ा था. पार्टी को सिर्फ दो सीटों पर सफलता मिली, बाकी के 5 सीट पर हार का सामना करना पड़ा. चुनाव के रिजल्ट को लेकर मोरहाबादी के संगम गार्डन में कांग्रेस ने समीक्षा बैठक की. पार्टी के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि कहा कि एक हाई लेवल कमेटी बनाई जाएगी, जो एक-एक लोकसभा क्षेत्र में जाकर हार की समीक्षा करेगी और 15 दिन में रिपोर्ट देगी. कहा कि पार्टी में टॉप से बॉटम तक हर किसी की जवाबदेही तय होगी. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, चंपाई सोरेन सरकार में कांग्रेस कोटे के सभी मंत्री, विधायक, नवनिर्वाचित सांसद और हारे हुए प्रत्याशी भी मौजूद थे.
संविधान बचाने की लड़ाई हम जीत गये- मीर
गुलाम अहमद मीर ने कहा कि एक तरफ भाजपा और एनडीए अबकी बार 400 पार के नारे के साथ मैदान में थी, तो हम संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे थे. हम सरकार नहीं बना सके, लेकिन संविधान बचाने की लड़ाई हम जीत गए हैं. कहा कि झारखंड में हमारे अलायंस ने अच्छा प्रदर्शन किया है, भले ही रिजल्ट उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है. मीर ने बताया राज्य में 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 31 सीट मिली थी और जेपी पटेल और प्रदीप यादव के पार्टी में शामिल हो जाने की वजह से अब यह संख्या 33 हो गई है. ऐसे में पार्टी सबसे पहले अपनी इन 33 विधानसभा सीटों पर तैयारियों को अंतिम रूप देगी.
ज्यादातर इलाकों में उम्मीदवार नहीं पहुंच सके- अंबा
विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि हजारीबाग में भाजपा से आए उम्मीदवार जेपी पटेल ज्यादातर इलाकों में नहीं पहुंच पाये. साथ ही उन्हें टिकट मिलने में देर हुई, इस वजह से हमारी हार हुई है.
कुछ मंत्रियों का परफॉर्मेंस खराब, लेकिन उंगली उठाना ठीक नहीं- इरफान
विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि यह माना कि चंपई सोरेन सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे के कई मंत्रियों का परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहा है, लेकिन इसका सारा दोष उनके ऊपर डालना ठीक नहीं है.