Joharlive Team

  • एनसीपी के विधायक कमलेश सिंह ने भी ठोकी है मंत्रीमंडल में अपनी दावेदारी
  • एक सीट जीतने वाली पार्टी राजद को झामुमो अपने खाते से सीट देने को तैयार
  • अब एनसीपी को मंत्रीपद देने के लिए कांग्रेस के निर्णय का इंतजार

रांचीः झारखंड की कमान संभाल रही हेमंत सोरेन की नई सरकार अभी तक अपना मंत्रीमंडल तय नहीं कर सकी है।इसी पर सबकी निगाहें हैं। हेमंत की इस सरकार पर कई प्रश्न भी उठने लगे हैं, जिसका जवाब देना अभी मुश्किल लग रहा है। क्योंकि मंत्रीमंडल के स्वरूप को तैयार होने में अभी भी कई अड़चने है। मंत्रीमंडल की रेस में प्रमुख पार्टियां झामुमो, कांग्रेस और राजद के अलावा एनसीपी भी है. एनसीपी ने झारखंड विधानसभा चुनाव में एक सीट हासिल किया है। लेकिन गठबंधन में होने की वजह से वह भी मंत्रीमंडल के लिए अपना दावा ठोक रहा हैं। कांग्रेस के रामेश्वर उरांव व आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने हेमंत सोरेन के साथ ही शपथ ली थी।

कांग्रेस ही लगाएगी एनसीपी के नाम पर मुहर
सूत्र बताते हैं कि झामुमो ने राजद को अपने हिस्से से एक पद दिया है। अब एनसीपी को कांग्रेस के हिस्से से पद मिलना है और इसका निर्णय भी कांग्रेस को ही लेना है। इसके लिए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार लगातार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संपर्क में हैं। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस अपने हिस्से से एनसीपी को एक पद देने को राजी होती है या नहीं। बता दें कि महाराष्ट्र में दोनों पार्टियां गठबंधन में हैं। यदि कांग्रेस एनसीपी को एक पद देने के लिए राजी हो जाती है तो कमलेश सिंह की लॉटरी लग जाएगी। इसकी वजह यह भी है कि एनसीपी से जीतने वाले इकलौते विधायक कमलेश सिंह ही है।

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