रांची: राजधानी की लोकसभा प्रत्याशी सह अधिवक्ता यशस्विनी सहाय ने 24 अप्रैल बुधवार को विभिन्न कॉलेजों के छात्रों, भारत जोड़ो अभियान के विधानसभा प्रभारी, वाम दलों के नेता और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ रांची प्रेस क्लब में एक बैठक की. जिसमें संविधान को बचाने, लोकतंत्र की रक्षा करने और जंगलों को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को भारी बहुमत से जिताने का निर्णय लिया गया. हेमा मुण्डा एवं अमन तिर्की ने यशस्विनी सहाय का शॉल देकर स्वागत किया. रांची लोकसभा की इंडिया गठबंधन की उम्मीदवार का परिचय डॉ वासवी किड़ो ने कराया. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की उम्मीदवार न केवल महिला अधिकार और मानवाधिकार की वकालत करती है. बल्कि अपनी सुख सुविधा छोड़ कर मुम्बई के स्लम इलाके में गरीब लोगों को न्याय दिलाने का काम भी करती आई है.
इंडिया के घोषणा पत्र पर हुई चर्चा
बैठक में कांग्रेस के गांरटी कार्ड को लेकर प्रचार-प्रसार की रणनीति बनाई गई. आदिवासी घोषणापत्र पर चर्चा की गई. आप पार्टी के घोषणापत्र की चर्चा की गई. साथ ही इंडिया गठबंधन के घोषणापत्र पर विचार विमर्श किया गया. बैठक में निर्णय लिया गया कि सम्पूर्ण देश में गरीबों को फ्री बिजली और किसान नारी युवा श्रमिक न्याय दिया जाएगा और साथ ही मनरेगा में 400 रुपए की मजदूरी देने की बात कही गई. इसके अलावा कहा गया कि एक लाख वेतन वाली पहली नौकरी युवाओं को दी जाएगी. इन्हीं बातों को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है.
कैलाश सत्यार्थी के फाउंडेशन से है जुड़ी
यशस्विनी सहाय मुम्बई कोर्ट में अभी काफी केस को देख रही है. वे नोबेल प्राइज से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी के फाउंडेशन में काम कर चुकी है. पोकसो एक्ट के तहत कई केस देख रही है. उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय अपराध और न्याय व शोध संस्थान तुरीन इटली से अपराध और न्याय पर मास्टर डिग्री हासिल की है. यशस्विनी सहाय न केवल लोकप्रिय अधिवक्ता हैं बल्कि लिंगभेद के खिलाफ जेंडर जस्टिस के लिए मुम्बई कोर्ट में काम करती रही है. 28 साल की कम उम्र में उन्होंने सामाजिक न्याय महिला अधिकार की वकालत के अनुभव हासिल किए है. उन्होंने विस्थापन की समस्या, हसदेव जंगल कटाई, आदिवासी जमीन की लूट छात्रों के पेपर लीक और परिणाम में गड़बड़ी जैसे मामलों से अवगत हुईं.
डॉ वासवी किडो ने की कार्यक्रम की अध्यक्षता
भारत जोडो अभियान की स्टेट कॉडिनेटर डॉ वासवी किडो ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और रांची लोक सभा के कोर्डिनेटर नदीम खान ने कार्यक्रम का संचालन किया. कार्यक्रम में अनेक सामाजिक सांस्कृतिक आंदोलनकारी, मानवाधिकार कार्यकर्ता, महिला अधिकार कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी, छात्र और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे. झारखंड आदिवासी मूलवासी मंच के अध्यक्ष राजू महतो, झाखंड आंदोलनकारी कुमार वरूण, समर सिन्हा, आदिवासी नेता व पूर्व पार्षद कुलभूषण डुंगडुंग, लोहरा समाज के अभय भूटकुवार, आप पार्टी के प्रवक्ता सौरभ श्रीवास्तव, सामाजिक कार्यकर्ता तारिक मुजीबी, साजिद उमर,मजदूर नेता सुदामा खलखो, आप पार्टी के डा. अवधेश और संतोष रजक, जुबैर, मनोज, संत पॉल कॉलेज के छात्र हेमा मुण्डा, अमन तिर्की अभय आनंद, सोनिया, बरसा पूनम तिर्की और संत जेवियर कॉलेज के छात्र एनोस बाड़ा, निराली एक्का, उज्जवल लकड़ा, अमोस ज्योति तिर्की स्नेल प्रितम एक्का मौजूद थे. महिला नेत्री निरंजना हेरेंज, बिनीता खलखो, एरेन कच्छप, लक्ष्मी देवी, प्रेमलता, संगीता, मरियम ने भी उपस्थिति दर्ज कराई.