Patna: बिहार में 43 साल बाद तीसरी बार 85वें अखिल भारतीय पीठासीन पदाधिकारियों का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. मुख्य कार्यक्रम आज 20 जनवरी को बिहार विधानमंडल के सेंट्रल हॉल में होगा, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उद्घाटन करेंगे. वहीं, अध्यक्षीय भाषण लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला देंगे.
21 जनवरी को राज्यपाल करेंगे समापन
इस तीन दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत 19 जनवरी को ही हो चुकी है. सम्मेलन के पहले दिन रविवार को होटल मौर्या के सभागार में लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में विधानमंडल सचिवों की बैठक हुई. इस तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान कई आयोजन होंगे. सम्मेलन का समापन 21 जनवरी को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान करेंगे.
राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश भी करेंगे संबोधित
इस सम्मेलन को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी भी संबोधित करेंगे.
सम्मेलन का क्या है उद्देश्य
इस सम्मेलन का प्रमुख विषय ‘संविधान की 75वीं वर्षगांठ: संवैधानिक मूल्यों को सशक्त बनाये रखने में संसद एवं राज्य विधानमंडलों का योगदान’ रहेगा. साथ ही संसदीय प्रणाली को मजबूत बनाने पर भी विमर्श होगा. इस सम्मेलन में कुल 264 अतिथि शामिल होंगे, जिनमें 54 पीठासीन अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं. हालांकि, दिल्ली में चुनाव होने के कारण वहां के प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग नहीं ले सकेंगे.
ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे अतिथिगण
सम्मेलन के समापन के बाद अतिथियों को बिहार के ऐतिहासिक स्थलों जैसे पटना, नालंदा, राजगीर, बोधगया, वैशाली, पावापुरी और लछुआर का भ्रमण कराया जाएगा. 23 जनवरी को अतिथि वापस लौटेंगे. वहीं, सम्मेलन के दौरान ही अतिथियों को बिहार की विरासत और विकास के संबंधित फिल्म दिखायी जायेगी.
कार्यक्रम को लेकर विधानमंडल कैंपस सज-धज कर तैयार
विधानमंडल परिसर को इस आयोजन के लिए सजाया गया है. सभा सचिवालय ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि अतिथियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने परिसर में किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया. वहीं सचिवालय के अधिकारियों के साथ तैयारियों का जायजा लिया.
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