रांची: वैसे डायल 100 से पुलिस मदद करती है. लेकिन अब पुलिस ने इमरजेंसी डायल को 112 के साथ मर्ज कर दिया है. जहां कंप्लेन करने के साथ ही पुलिस तत्काल आपकी मदद के लिए आएगी. ये बातें पिछले दिनों रिम्स में डॉक्टरों के साथ सुरक्षा को लेकर बैठक में एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कही थी. साथ ही कहा कि हर हाल में डॉक्टरों और हेल्थ वर्कर्स को प्रशासन की ओर से उचित सहयोग करते हुए सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि 112 पर कॉल कर कभी भी शिकायत दर्ज करा सकते है. इससे आपको नजदीकी थाने से तुरंत मदद मिलेगी. कैंपस में पुलिस पैट्रोलिंग के लिए टीम का गठन किया जाएगा. जिससे कि ये लोग समय-समय पर राउंड लगाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि परिसर को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए पुलिस बल की मदद ली जायेगी. बता दें कि कोलाकात में हॉस्पिटल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या का विरोध हो रहा है. इसमें रिम्स के जूनियर डॉक्टर भी समर्थन में स्ट्राइक कर रहे है. ऐसे में उन्होंने रिम्स प्रबंधन को पत्र सौंपकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी.

क्या है मेडिकोज के मांगपत्र में

मेडिकोज ने प्रबंधन को लिखे पत्र में मांग रखी है कि कॉलेज परिसर को अस्पताल परिसर से पूरी तरह अलग किया जाए. किसी भी अनजान और बाहरी लोगों का परिसर में प्रवेश निषेध हो. इतना ही नहीं रिम्स का आईकार्ड दिखाए बिना किसी को भी परिसर में प्रवेश न दिया जाए. वहीं मेडिकोज ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए और अस्पताल के संवेदनशील क्षेत्र जैसे कि इमरजेंसी, ट्रॉमा सेंटर, आईसीयू, एसएसआईसीयू, सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक, शैक्षणिक भवन और पुस्तकालय इत्यादि में हथियारों के साथ सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं. इससे वे लोग खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे और बिना किसी डर-भय के मरीजों का इलाज करेंगे. इसके अलावा पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाते हुए नियमित निगरानी की मांग की.

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