पटना। फुलवारीशरीफ से दो आतंकी पकड़ाने मामले को लेकर हुए प्रेसवार्ता में आरएसएस की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफआई) से करना पटना के एसएसपी को महंगा साबित हुआ है। पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो को 48 घंटे में पुलिस मुख्यालय ने जवाब मांगा है। एसएसपी के इस बयान में बाद से बिहार की राजनीति गरमा गयी है।
भाजपा ने भी इस बयान को लेकर तल्ख तेवर दिखाये हैं। मधुबनी जिले के विस्फी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बाचोल ने पटना एसएसपी के बयान पर कहा कि पटना के एसएसपी का राष्ट्रवादी संगठन की तुलना आतंकवादी संगठन से करना उनके मानसिक दिवालियापन का प्रतीक है। बचोल ने एसएसपी का विरोध जताते हुए कहा कि एसएसपी माफी मांगे। नहीं तो सरकार ऐसे लोगो को बर्खास्त करे। इनकी मानसिक जांच करायी जाय और इन्हें बर्खास्त किया जाय।
विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि आरएसएस एक राष्ट्रवादी संगठन है जिसकी तुलना पटना एसएसपी ने आतंकवादी संगठन से किया है। उनका मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।आरएसएस एक राष्ट्रवादी संगठन है जो देश प्रेम सिखाता है। देश पर मर मिटने की जज्बा लोगों में पैदा करती है। ऐसा बयान देने वाले अधिकारी को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो द्वारा पीएफआई की तुलना आरएसएस से करने के बाद बिहार पुलिस बैकफुट पर दिख रही है। भाजपा के तल्ख तेवर के बाद पुलिस मुख्यालय ने सफाई दी। एडीजी हेडक्वार्टर जेएस गंगवार ने कहा है कि एसएसपी का बयान गैरजरूरी था। उस बयान की जांच की जाएगी। पटना एसएसपी से इस संबंध में 48 घंटे में जवाब मांगा गया है।पीएफआई और आरएसएस में तुलना करना सही नहीं। उन्होंने एसएसपी से शो-कॉज की बात भी कही। नोटिस के माध्यम से एडीजी ने एसएसपी से पूछा, आखिर ऐसा बयान क्यूं दिया?