बोकारो : देश के किसान संगठनों ने भारत बंद की घोषणा की है. किसानों का यह राष्ट्रव्यापी बंद कृषि उत्पादों पर न्यूनतम सर्मथन मूल्य की गारंटी, बेरोजगारी एवं केन्द्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पेटरवार अंचल ने देश के अन्नदाताओं द्वारा भारत बंद के आह्वान को सर्मथन किया. देश भर में आजीविका से जुड़ें मुख्य मुद्दों के प्रति जागरूकता लाने के लिए एकजुटता प्रदर्शित किया. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पेटरवार अंचल ने देश के अन्नदाताओं द्वारा भारत बंद के आह्वान को सर्मथन करते हुए पेटरवार तेनु चौक को कुछ देर के लिए जाम करते हुऐ केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की और जय जवान जय किसान का नारा लगाते हुए, प्रधानमंत्री मोदी मुर्दाबाद, अर्जुन मुंडा मुर्दाबाद का नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि जब पिछली बार किसान तीन काले कानूनों को लेकर धरना दे रहे थे, तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनसे माफी मांगते हुए कहा था कि मैं तीनों कानून वापस लेता हूं. न्यूनतम समर्थन मूल्य की समस्या का समाधान निकालने के लिए जल्द ही एक कमिटी बनेगी. आज इन बातों को दो साल से ऊपर हो गए, कोई कमेटी नहीं बनाई गई. आज जब किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर फिर से धरना दे रहे है, तो उनपर रबर की गोलियां चलाई जा रही है. आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे है, रास्ते में कीलें बिछाई जा रही है. किसानों पर जो अत्याचार और अन्याय भाजपा एवं मोदी सरकार ने किया है, वो आजादी के बाद किसी भी सरकार ने नहीं किया है.
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