चेन्नई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पिछले साल के कोयम्बटूर और मंगलुरु विस्फोट मामलों में तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में छापेमारी कर रही है। एजेंसी के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि तीन दक्षिणी राज्यों में इस्लामिक स्टेट (आईएस) से संबंधित 60 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
छापेमारी की यह कार्रवाई 23 अक्टूबर, 2022 को कोयंबटूर के पास उक्कड़म में कार बम विस्फोट से संबंधित है, जिसमें 29 वर्षीय जमीशा मुबीन की मौत हो गई थी।
एनआईए ने दिसंबर में दो आरोपियों शेख हिदायतुल्ला और सनोफर अली को गिरफ्तार किया था। इस मामले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मुख्य आरोपी जमेशा मुबीन, जो आईएस का सदस्य है, आत्मघाती हमले को अंजाम देने और समुदाय में आतंक फैलाने के इरादे से मंदिर परिसर को व्यापक नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहा था।
शुरू में केस उक्कड़म, कोयम्बटूर जिला, तमिलनाडु में दर्ज किया गया था, बाद में इस मामले को एनआईए ने अपने हाथ में ले लिया।
एनआईए ने कहा था, जांच से पता चला है कि आरोपियों ने फरवरी, 2022 में इरोड जिले के सत्यमंगलम वन के असनूर और कदंबूर वन क्षेत्रों के अंदरूनी इलाकों में एक आपराधिक साजिश रची थी। बैठकों का नेतृत्व पूर्व में गिरफ्तार आरोपी उमर फारूक कर रहे थे और इसमें जमेशा मुबीन, मोहम्मद अजहरुद्दीन, शेख हिदायतुल्ला और सनोफर अली ने भाग लिया, जहां उन्होंने आतंकी गतिविधियों की तैयारी करने और उन्हें अंजाम देने की साजिश रची थी।
19 नवंबर, 2002 को हुए मंगलुरु ऑटोरिक्शा विस्फोट की भी जांच की जा रही है, जिसमें एक 23 वर्षीय युवक मोहम्मद शरीक घायल हो गया था।
पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की जांच में खुलासा हुआ है कि विस्फोट से पहले शारिक तमिलनाडु और केरल में था।
बुधवार तड़के शुरू हुई छापेमारी तमिलनाडु में 35 स्थानों, केरल में 5 और कर्नाटक में 20 स्थानों पर जारी है।