रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर राज्य भर में पीडीएडस सशक्तिकरण पखडवाड़ा की शुरूआत की गयी। इस कार्यक्रम के माध्यम से 20 लाख अतिरिक्त लोगों को अन्न का अधिकार देने की ओर सरकार अग्रसर है। बता दें कि सीएम के आदेश के उपरांत अन्न के अधिकार से वंचित सभी जरूरतमंदों को राशन कार्ड उपलब्ध कराने की गति को तेज का दिया गया है। इसके लिए पीडीएस सशक्तिकरण पखवाड़ा का आयोजन राज्य भर में 1 से 14 फरवरी 2023 तक आयोजित किया गया है। इसके तहत राशनकार्ड में आधार सुधार संबंधित कार्य, एक व्यक्ति का कई राशनकार्ड में दर्ज नाम को विलोपन की कार्रवाई, राशन कार्ड में मृत व्यक्तियों का नाम हटाने, अपवाद पंजी से खाद्यान्न प्राप्त करने वाले लाभुकों के चिह्नितीकरण की कार्रवाई की जाएगी है। इसके साथ ही डुप्लीकेट आधार संख्या का सत्यापन, विगत छह माह या अधिक अवधि से खाद्यान्न उठाव न करने वाले लाभुकों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इसके अलावा दाल-भात केंद्र के लाभुकों को दाल-भात ऐप्स के माध्यम से भोजन और ऑफलाईन डीलर को ऑ नलाईन में परिवर्तन करने की कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का भी मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री के आदेश पर ना सिर्फ पीडीएस सशक्तिकरण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। बल्कि आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजनान्तगर्त आछादित लाभुकों के ई- केवासी के माध्यम से त्वरित गति से निशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए निर्देशित किया गया है। इसके लिए 1 से 15 फरवरी 2023 तक प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से कैंप आयोजित कर आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजनान्तगर्त आछादित लाभुकों का ई- केवाइसी के माध्यम से निशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक दिन लगातार कैंप का आयोजन किया जायगा। जो परिवार गुलाबी, पीला और हरा राशन कार्डधारी होंगे। ऐसे परिवार आयुष्मान भारत अंतर्गत आयुष्मान कार्ड के लिए योग्य होंगे। लाभुक के निबंधन के लिए प्रज्ञा केंद्र में आधार कार्ड, राशन कार्ड और मोबाइल नंबर के साथ उपास्थित होना आवश्यक होगा।
प्रतिदिन 50 योग्य परिवारों के निबंधन का लक्ष्य निर्धारित
इस कार्य में सहिया, राशन डीलरो, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, सेविका और अन्य अधिक से अधिक योग्य परिवारों को कैंप में लाना सुनिश्चित करेंगे। सभी प्रज्ञा केंद्रो को प्रतिदिन कम से कम 50 योग्य परिवारों के निबंधन का लक्ष्य निर्धारित है। सहिया, राशन डीलरों, स्वयं सहायता समूह की महिलाए, सेविका व अन्य कार्ड बनवाने में असमर्थ कम से कम 15 लोगों को प्रतिदिन निकतम प्रज्ञा केंद्र में लेकर जाना होगा। प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी पंचायतों में कैंप आयोजन के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।