रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) 27 फरवरी को बूढ़ापहाड़ (Buddha pahad) जायेंगे. मुख्यमंत्री इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों की समस्याओं को सुनेंगे और उसके समाधान को लेकर कई घोषणाएं भी करेंगे. हेमंत सोरेन राज्य के पहले मुख्यमंत्री हैं, जो बूढ़ापहाड़ के इलाके में पहुंचेंगे.
मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी भी रहेंगे मौजूद
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के साथ गढ़वा और लातेहार की पूरी प्रशासनिक टीम भी मौजूद रहेगी. इस दौरान मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी और सीआरपीएफ के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. वहीं झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा स्थित बूढ़ापहाड़ (Buddha pahad) इलाके में पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह धूमधाम से मनाने की तैयारी चल रही है और इससे जुड़े कई बड़े आयोजन हो रहे हैं.
दर्जन गांवों में पहली बार लहराएगा तिरंगा
बूढ़ापहाड़ इलाके के एक दर्जन गांवों में पहली बार गणतंत्र दिवस के दौरान झंडोत्तोलन किया जाना है. पूर्व में माओवादियों के भय के कारण इलाके में झंडोत्तोलन नहीं किया जाता था. उल्लेखनीय है कि बूढ़ापहाड़ (Buddha pahad) पर सितंबर महीने से माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑक्टोपस शुरू किया गया था. इस अभियान में सुरक्षाबलों ने पहली बार बूढ़ापहाड़ पर अपना कब्जा जमा लिया है.
बूढ़ापहाड़ पर सुरक्षाबलों ने बनाये कैंप
अभियान के क्रम में माओवादी बूढ़ापहाड़ (Buddha pahad) को छोड़कर भाग गए हैं. बूढ़ापहाड़ पर सुरक्षाबलों ने आधा दर्जन के करीब अपने कैंपों को स्थापित किया है. इन कैंप में कोबरा, सीआरपीएफ, जगुआर के जवानों को तैनात किया गया है. इलाके से अब तक सुरक्षाबलों ने 2500 से अधिक लैंड माइंडस बरामद किया है और आधा दर्जन से अधिक बंकरों को ध्वस्त किया है.