पटना : बिहार में नई सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश पूर्व सीएम जीतनराम मांझी को खुश करने में लगे हैं. सीएम नीतीश उनसे व्य़क्तिगत मुलाकात में पुराने व्यवहार को भूल जाने की अपील कर रहे हैं. मालूम हो कि नीतीश उनके बेटे संतोष कुमार सुमन को पहले ही शपथ ग्रहण समारोह में अपने साथ पद और गोपनीयता की शपथ दिलवा चुके हैं.

दरअसल, सोमवार को जब जीतनराम मांझी सीएम आवास पहुंचे तो नीतीश कुमार ने गेट पर ही उनका स्वागत किया और कहा कि पहले की बात अब भूल जाइये, हमको तो सहयोगी लोग गलत सूचना दे दिया था जिसकी वजह से हम आपको कुछ बोल दिये थे, पर आप तो जानते ही हैं कि हम आपको कितना चाहते हैं. आपको तो अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी दे दी थी. नीतीश के इस व्यवहार से जीतनराम मांझी भी मुस्कुरा दिये और फिर सरकार की आगे की रणनीति पर चर्चा की.

गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने जीतनराम मांझी को अपनी हम पार्टी का जेडीयू में विलय नहीं करने पर महागठबंधन छोड़ने को कहा था. इससे जीतनराम मांझी काफी आहत हो गये थे. नीतीश के इस व्यवहार पर पीएम मोदी ने भी निशाना साधा था.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जीतनराम मांझी के बेटे संतोष कुमार सु्मन को पूर्व ड़िप्टी सीएम तेजस्वी यादव का विभाग दिया गया है. मालूम हो कि संतोष सुमन इससे पहले भी मंत्री रहे हैं और उन्हें एससी एसटी कल्याण विभाग की जिम्मेवारी दी गयी थी. संतोष सुमन के पिता सह पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने भी एसएसी एसटी विभाग के मंत्री पद की जिम्मेवारी संभाली है.

इस बार जीतनराम मांझी ने अपने बेटे के लिए एससी एसटी विभाग छोड़कर दूसरा विभाग देने की मांग की थी. नीतीश कुमार ने उनकी मांग को पूरा करते हुए ग्रामीण कार्य विभाग की जिम्मेदारी देने का आश्वासन दिया. बस अधिसूचना जारी होना बाकी है. यह विभाग महागठबंधन की सरकार में पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पास था.

 

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