Patna : CM नीतीश ने आज पटना स्थित CM सचिवालय के ‘संवाद’ में आयोजित 16वें वित्त आयोग की बैठक में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया और अन्य सदस्यों का स्वागत किया. CM ने कहा कि बिहार में 16वें वित्त आयोग का आना गर्व की बात है, और उन्होंने इस अवसर पर डॉ. पनगढ़िया की नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के रूप में भूमिका को भी रेखांकित किया. जिससे वे बिहार की सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों से भली-भांति परिचित हैं.
16वें वित्त आयोग की बैठक में माननीय मुख्यमंत्री @NitishKumar ने कहा की राज्य में बड़ी संख्या में सड़कों, पुल-पुलियों तथा एलिवेटेड रोड का निर्माण कराया गया है। साथ ही हर घर बिजली सुनिश्चित की गयी है। स्थानीय निकायों के सशक्तिकरण हेतु कई कार्य किये गये हैं।@samrat4bjp… pic.twitter.com/qbeQ3PM33b
— IPRD Bihar (@IPRDBihar) March 20, 2025
CM ने अपने संबोधन में बताया कि बिहार सरकार ने 2005 से लगातार कानून व्यवस्था और विकास के क्षेत्र में काम किया है. पहले जहां लोग रात में बाहर निकलने में डरते थे, अब राज्य में शांति और सुरक्षा का माहौल है. उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार की कई योजनाओं, जैसे पोशाक योजना और साइकिल योजना का भी उल्लेख किया. जिनसे राज्य के विकास को गति मिली है. इसके अलावा, अस्पतालों में मुफ्त इलाज और दवा की व्यवस्था की गई है.
बिहार को केंद्र सरकार का सहयोग
CM ने राज्य की आधारभूत संरचना में सुधार पर भी जोर दिया और बताया कि बिहार में सड़कों, पुलों और एलिवेटेड रोड का निर्माण बड़े पैमाने पर हुआ है. हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य भी अब पूरा हो चुका है. उन्होंने पंचायती राज और नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने के निर्णय की भी सराहना की. ‘जीविका’ परियोजना की सफलता का उल्लेख करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में 10 लाख 61 हजार स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनसे 1 करोड़ 31 लाख महिलाएं जुड़ी हुई हैं. इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में भी 34 हजार समूह काम कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार से बिहार को लगातार सहयोग मिल रहा है, और इस वर्ष के केंद्रीय बजट में बिहार के लिए मखाना बोर्ड की स्थापना, नए हवाई अड्डों का विकास और कोसी नहर परियोजना के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की गई है.
बैठक के दौरान CM ने 16वें वित्त आयोग को बिहार की आवश्यकताओं से संबंधित एक मेमोरेंडम भी सौंपा और विश्वास जताया कि आयोग बिहार की जरूरतों पर गंभीरता से विचार करेगा. इस मौके पर उप CM सम्राट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय समेत कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
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