रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को हमर जंगल हमर अभियान के तहत ‘अबुआ बीर दिशोम अभियान’ की शुरुआत की. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ढोल नगाड़े के साथ अबुआ वीर दिशोम अभियान का आगाज किया. इस अभियान में ग्राम सभा की अहम भूमिका होगी. इस अभियान के आगाज के बाद ग्रामीण स्तर पर वनाधिकार समिति का गठन किया जायेगा. कार्यक्रम में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, प्रधान वन संरक्षक संजय श्रीवास्तव सहित कई अधिकारी मौजूद रहें.

वनाधिकार समितियों का गठन कर निर्धारित होगा पट्टा

हर गांव में वनाधिकार समिति (एफआरसी), अनुमंडल स्तरीय वनाधिकार समिति (एसडीएलसी) और जिलास्तरीय वनाधिकार समिति (डीएलसी) का एक बार फिर गठन करने का निर्देश दिया गया है. यही समितियां वनाधिकार पट्टा के लाभुकों का निर्धारण करेंगी. समिति की अनुशंसा पर कार्य होगा.

अबुआ वीर दिशोम अभियान का पहला चरण अगले माह दिसंबर में पूरा होगा.  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर इस अभियान के लिए एप और वेबसाइट बनाई गई है. इन माध्यमों से इस बात की पूरी जानकारी मिलेगी कि किस जिले में कितनी वनाधिकार समितियां संचालित हो रही है और कौन-कौन ग्रामसभाएं सक्रिय है. इससे वनाधिकार का पट्टा देने के अभियान में तेजी के साथ-साथ पारदर्शिता भी आएगी.

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