रांची: सरकार बनाओ, विधायक तोड़ो, खरीदो के अलावा व्यवसायियों का कोई दूसरा काम नहीं खरीद-फरोख्त करने वाले व्यापारियों को भी देंगे जवाब. सीएम समेत सभी मंत्री पहुंचे मंत्रालय, राजनीतिक अनिश्चतता के बीच निपटाये कामकाज
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लाभ के पद मामले मामले में भारत निर्वाचन आयोग से परामर्श प्राप्त होने के बाद राजभवन के फैसले के बाद सभी की नजरें टिकीं हैं। इस राजनीतिक अनिश्चितता के माहौल के बीच चार दिन बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सभी मंत्री मत्रालय पहुंचे और अपने चेंबर में बैठ कर विभागीय कार्याें की समीक्षा की।
अनिश्चितता फैलाने वाले से सवाल पूछे
झारखंड मंत्रालय से बाहर निकलने के क्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजनीतिक अस्थिरता के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में सिर्फ इतना ही कहा कि जिसने यह अनिश्चितता फैलायी है, उनसे बात करें। उन्होंने कहा कि राजभवन ही बता पाएगा कि यह अनिश्चितता की स्थिति क्यों हैं।राज्यपाल रमेश बैस ही इस संबंध में सारी अनिश्चितता को दूर कर सकते हैं।
खरीद-फरोख्त करने वाले व्यापारियों की हर करतूत का पर्दाफाश करेंगे
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि वर्त्तमान में देश की जो स्थिति है,उसमें वैश्विक महामारी से उबरने की कोशिश हो रही है। देश की 80 प्रतिशत आबादी ग्रामीण परिवेश में जीवन यापन कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार की प्राथमिकता से आम नागरिक, किसान, मजदूर और मध्यमवर्गीय गायब है। वे सिर्फ सरकार बनाओ, विधायकों को तोड़ने और खरीदने में लगे है, व्यवसायियों का खरीद-फरोख्त के अलावा कोई दूसरा काम हो भी नहीं सकता है, उन्हें देश चलाने से कोई मतलब नहीं है। लेकिन वे ऐसे व्यापारियों को भी जवाब देंगे, उनकी हर करतूत का पर्दाफाश करेंगे। जिनकी प्राथमिकताओं में देश को आगे बढ़ाने की जगह सिर्फ सरकार को गिराने-बनाना ही है,उससे देश का भविष्य क्या होगा, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
मीडिया के पास लगता है, दूसरे ग्रह से सूचनाएं आती है
झारखंड में यूपीए विधायकों के खरीद-फरोख्त मामले में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि उनके पास हो सूचनाएं आती है, वे इस ग्रह से नहीं, बल्कि दूसरे ग्रह से आती है। आज मीडिया के माध्यम से राजनीतिक दलों को कठघरे में खड़ा किया जा रहा है, संवैधानिक संस्थाओं, राजभवन, ईडी , सीबीआई और यहां तक की न्यायपालिका को भी कठघरे में किया जा रहा है। इन सबका कौन सूत्र है और कौन सूत्रधार है,इसे सोच कर डर लगता है।
कुछ लोग बिकने के लिए खड़े हैं, कुछ बिकने को तैयार नहीं
कोलकाता से कांग्रेस के तीन कांग्रेसी विधायकों की गिरफ्तारी के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि वे किस विषय में गिरफ्तार हुए है, यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग बिकने के लिए खड़े है, कुछ लोग ऐसे भी है, जो बिकने को तैयार नहीं हैं।
कुर्सी से दिल्लगी नहीं, जनता से दिल्लगी
चार-पांच दिनों की राजनीतिक अनिश्चितता के बीच पहली बार पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा- मैं कुर्सी से दिल्लगी नहीं करता, मेरी दिल्लगी राज्य की जनता से हैं, राज्य के आदिवासियों से हैं, यहां रहने वालों से हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की नजर हर घटना पर है, हम भी जवाब देंगे और राज्य की जनता भी जवाब देगी।
राजभवन के फैसले की प्रतीक्षा
बताया गया है कि पांच दिनों से असमंजस की स्थिति के बीच यूपीए विधायकों ने राजभवन से समय मांगा है। ताकि सीएम के संदर्भ में भारत निर्वाचन आयोग की ओर से आयी अनुशंसा पर निर्णय के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। हालांकि राजभवन की तरफ से यूपीए विधायकों को राज्यपाल से मिलने का समय दिए जाने की सूचना नहीं थी। यूपीए के विधायकों का कहना है कि राजभवन अगर समय दे देता है तो विधायक राज्यपाल से पूछेंगे कि अगर उनके पास रिपोर्ट आई है। उसे सार्वजनिक करें ताकि राज्य में जो उहापोह की स्थिति बनी है उस पर विराम लगे।