रांची: देवघर एयरपोर्ट बनकर तैयार है. सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्र से देवघर एयरपोर्ट का नाम बाबा बैद्यनाथ एयरपोर्ट रखने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखा है. सीएम हेमंत सोरेन ने पत्र में लिखा कि देवघर एयरपोर्ट में लगभग 850 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं उसमें झारखंड सरकार का भी अंशदान है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री से मांग की है कि इस एयरपोर्ट का नाम बाबा बैद्यनाथ एयरपोर्ट रखा जाए.
सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र को अपने ट्विटर अकाउंट पर भी डाला है. उन्होंने लिखा ‘बाबा बैद्यनाथ धाम (देवघर) में लगभग 850 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एयरपोर्ट जिसमें झारखंड सरकार का अंशदान 600 करोड़ रुपया है, बनकर तैयार है। मैं माननीय केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री Scindia जी से इस एयरपोर्ट का नाम ‘बाबा बैद्यनाथ’ एयरपोर्ट रखने का आग्रह करता हूं.
एयरपोर्ट का निर्माण कार्य लगभग पूरा
देवघर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. हालांकि टर्मिनल भवन, एटीसी टावर, टेक्निकल ब्लॉक सह फायर स्टेशन के अलावा मेकेनिकल भवन और सर्विस ब्लॉक में फिलहाल काम जारी है. जबकि एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन तक मुख्य सड़क से वाहनों की आवाजाही के लिए राज्य सरकार की ओर से सड़क निर्माण किया जा रहा है. एयरपोर्ट के लिए अलग से पावर सब स्टेशन भी बनाया जा रहा है जो जिसका काम अंतिम चरण में है.
स्थानीय लोगों में मिलेगा रोजगार
राज्य सरकार के निर्देश के बाद एयरपोर्ट में स्थानीय लोगों को काम देने की कवायद भी शुरू कर दी गई है. डीसी ने बताया कि हवाई अड्डा संचालन में ग्राउंड लेवल पर जो भी लोगों की आवश्यकता है, साथ ही एयरलाइंस को लोगों की जो भी आवश्यकता होगी, जैसे ग्राउंड स्टाफ, क्लीनर, कम्प्यूटर ऑपरेटर, टिकट काटने वाले, केबिन क्रू के लिए स्थानीय लोगों को ट्रेनिंग देकर सक्षम लोगों को प्राथमिकता के आधार रोजगार मुहैया कराया जाएगा.
स्थानीय लोगों में खुशी
देवघर हवाई अड्डा में सक्षम स्थानीय स्तर के लोगों को रोजगार देने की राज्य सरकार और एयरलाइंस के साथ जिला प्रशासन की इस पहल से लोगों में काफी खुशी हैं. इस पहल से स्थानीय लोगों ने राज्य सरकार जिला प्रशासन और एयरलाइंस कंपनी को धन्यवाद दिया है. कुल मिलाकर देवघर वासियों को हवाई अड्डा में हवाई परिचालन होने से तिहरी खुशी है. एक ओर जहां पर्यटन के साथ उद्योग-धंधे बढ़ेंगे, स्थानीय लोगों को हवाई अड्डा से जोड़ कर रोजगार दिया जाएगा.