रांची: झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर राज्यभर की महिलाओं में जो उत्साह एवं खुशी देखने को मिल रहा है, वह अदभुत है. आपका ये उत्साह हमें हर मुसीबतों तथा चुनौतियों से लड़ने की ताकत देता है. आपकी उम्मीदों और भरोसे से हम हर चुनौतियों का डटकर मुकाबला करते हुए निरंतर आगे बढ़ रहे हैं. दुमका जिला के जामा प्रखंड स्थित पांजनपहाड़ी में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के संताल परगना प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आधी आबादी को जो मजबूत और सशक्त करेगा, वहीं राज्य आगे बढ़ेगा. राज्य के विकास के लिए महिलाओं की भागीदारी हर हाल में जरूरी है. यहीं वजह है कि हमारी सरकार आधी आबादी को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. हमारी सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम कर रही है .

दरवाजे तक पहुंच रही सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 4 वर्ष पहले कई ऐसे गांव थे, जहां के लोगों ने कभी ब्लॉक ऑफिस तक नहीं देखा था. डीसी-एसपी ऑफिस के बारे में जिन्हें कोई जानकारी तक नहीं थी. उनके दरवाजे पर आज पूरी सरकार पहुंच रही है. जिन गांवों में जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है. जहां आवागमन की कोई सुविधा नहीं है, वहां आज बीडीओ-सीओ,  डीसी-एसपी से लेकर विभागों के सचिव पहुंच कर आपकी समस्याओं को न सिर्फ सुन रहे हैं बल्कि उसका समाधान कर रहे हैं. जिन समस्याओं का निदान तत्काल संभव नहीं है, उसकी जानकारी सरकार तक पहुंचा रहे हैं ताकि उस दिशा में ठोस कदम उठाया जा सके.

गांवों की मजबूती से विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों को मजबूत किए बगैर राज्य मजबूत नहीं बन सकता है. हमारी सरकार रांची हेडक्वार्टर की बजाय गांव-देहात से चल रही है. आपकी योजना- आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम के तहत गांव-गांव में शिविर लगाकर सरकार की योजनाओं से समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को भी जोड़ने का काम किया गया. यह कार्यक्रम निरंतर चलेगा.

वैकल्पिक कृषि के लिए सरकार का सहयोग

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार कई योजनाएं लेकर आई है. विशेषकर आज मौसम में जिस तरह का बदलाव देखने को मिल रहा है, उसमें किसानों को पारंपरिक खेती के अलावा वैकल्पिक कृषि के लिए आगे आने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बिरसा हरित ग्राम योजना, दीदी बाड़ी योजना और मुख्यमंत्री पशुधन योजना जैसी अनेकों योजनाएं हैं.

साढ़े चार वर्षों में विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में हमारी सरकार ने इस राज्य और यहां के आदिवासी-मूलवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, किसान-मजदूर, बूढ़े- बुजुर्ग, महिला युवा समेत हर तबके के लिए जो कार्य किए हैं, उसने विकास का नया आयाम गढ़ा है. आज राज्य का कोई भी बूढ़ा-बुजुर्ग पेंशन से वंचित नहीं है. किसानों के दो लाख रुपए तक के लोन माफ किए गए हैं. बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए उत्कृष्ट विद्यालय खोले गए हैं. यहां के बच्चे पढ़-लिख कर आगे बढ़ें, गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत उन्हें आर्थिक सहयोग किया जा रहा है. बच्चियों की पढ़ाई आर्थिक तंगी से छूटे नहीं, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा गया है. इसी तरह की अनेकों योजनाएं हैं जो राज्य  वासियों को आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त कर रही है.

73 करोड़ 29 लाख 6 हज़ार रुपए

मुख्यमंत्री ने आज संताल परगना प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम में 7 लाख 32 हज़ार 906 लाभुकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 73 करोड़ 29 लाख 6 हज़ार रुपए सम्मान राशि के रूप में हस्तांतरित कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और मजबूत कदम बढ़ाया. इनमे दुमका की 1 लाख 58 हज़ार 724, देवघर जिले की 50 हज़ार 152, साहिबगंज जिले की 1 लाख 20 हज़ार 78,  गोड्डा जिले की 1 लाख 58 हज़ार 289, पाकुड़ जिले की 1 लाख 20 हज़ार 110 और जामताड़ा जिले की 1 लाख 25 हज़ार 543  बहन- बेटियां शामिल हैं.

ये रहे मौजूद

मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री श्रीमती बेबी देवी, मंत्री श्री हफीजुल हसन,मंत्री श्रीमती दीपिका पांडेय, मंत्री श्री इरफान अंसारी, सांसद श्री नलिन सोरेन, विधायक श्री  प्रदीप यादव, विधायक श्री  बसंत सोरेन, विधायक श्री बादल, विधायक श्री दिनेश विलियम मराण्डी, विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती जॉयस बेसरा, प्रमंडलीय आयुक्त श्री लाल चंद दादेल तथा संताल परगना प्रमंडल अंतर्गत आने वाले जिलों के उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे.

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