Joharlive Team
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को साफ शब्दों में कहा कि उनकी सरकार लॉकडाउन को लेकर केंद्र की रियायत पर अमल करने नहीं जा रही है। सोरेन ने स्पष्ट किया कि राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में 2 दिन पहले केंद्र सरकार ने लॉकडाउन टू के दौरान जिन रियासतों की बात कही है उसे झारखंड में लागू करना संभव नहीं है, साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदपीढ़ी राज्य के सबसे बड़े हॉटस्पॉट के रूप में उभरा है। ऐसे में राज्य में कोरोना वायरस के जितने भी मामले आ रहे हैं इसका कहीं ना कहीं संबंध हिंदपीढ़ी इलाके से है।
- हिंदपीढ़ी होगा सीआरपीएफ के हवाले
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाख कोशिशों के बावजूद लोग वहां से बाहर निकल जा रहे हैं। इसलिए सरकार ने यह तय किया है कि पूरा हिंदपीढ़ी इलाका सीआरपीएफ की निगरानी में रहेगा। वहां आवाजाही पर पूरी तरह से रोक होगी, साथ ही रांची जिले की सीमाएं हर तरफ से सील कर दी जाएंगी, जिले में नियमानुसार गाड़ियों की आवाजाही होगी
- केंद्र का दिशा निर्देश होगा फॉलो
हेमंत सोरेन ने कहा कि जिन क्षेत्रों में संक्रमण नहीं हुआ है वहां संदिग्ध और संभावित लोगों की टेस्टिंग की जाएगी, वहीं 3 मई के बाद लॉकडाउन कंटिन्यू किया जाए या नहीं इसको लेकर केंद्र सरकार का जो भी दिशा निर्देश होगा उसे फॉलो किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पोस्ट लॉकडाउन के हालातों पर सोमवार को चर्चा की है।
- घबराने की जरूरत नहीं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री का इशारा आर्थिक सुधारों की तरफ था, ऐसे में झारखंड के किसानों की आमदनी बढ़ाने और गरीबों के आर्थिक स्थिति सुधारने को लेकर किए जाने वाले हर प्रयास में झारखंड सरकार केंद्र के साथ खड़ा रहेगा। वहीं कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़ने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, अधिक से अधिक कोरोना संक्रमित लोगों को ढूंढने के लिए ज्यादा से ज्यादा जांच हो रही है। उन्होंने कहा कि अभी बहुत उत्साहित होने की जरूरत नहीं है, लेकिन राज्य सरकार अपने कार्यों से संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की चिंता है कि राज्य के हर कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान की जाए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि राज्य के सभी निवासियों की जांच हो सके।