रांची: 14 अक्टूबर को झारखंड मंत्रालय में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले सरकार ने कई कार्यक्रमों का आयोजन किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के 498 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों (सीएचओ) को नियुक्ति पत्र सौंपे. मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से 5 नव चयनित पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिया और कहा कि सरकार राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसी दिशा में रांची स्मार्ट सिटी में अपोलो हॉस्पिटल का निर्माण और इटकी में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से बड़ा हॉस्पिटल का निर्माण कराया जा रहा है.
सरकार की सोच है कि किसी भी जनता को गंभीर रोग का इलाज करने के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़े इसके लिए स्वास्थ्य उपकेंद्र से लेकर बड़े अस्पतालों में सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. अब सरकार ने नर्सिंग कार्य के लिए महिलाओं के साथ-साथ पुरुष को भी नर्स की ट्रेनिंग देकर बहाल करने का निर्णय लिया है. राज्य सरकार के द्वारा एयर एंबुलेंस की सुविधा के बारे में जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कम पैसे में राज्य की जनता को यह उपलब्ध कराई जा रही है. जिसका लाभ कई परिजनों ने अपने बीमार लोगों को बाहर इलाज के लिए ले जाने के लिए किया है. इस कार्यक्रम के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड मंत्रालय का यह सभागार नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का गवाह रहा है और हर महीने यहां किसी न किसी तरह से नियुक्ति पत्र वितरित की जाती रही है. इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने संबोधित करते हुए राज्य सरकार के द्वारा किए जा रहे कार्यों की उपलब्धि की गिनाई. इस कार्यक्रम में मंत्री मिथिलेश ठाकुर, स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे.
सीएम द्वारा नियुक्ति पत्र पाकर लाभार्थी की खुशी देखते बन रही थी. धनबाद की अंकिता रजक कहती हैं कि 2023 से वो इस पल का इंतजार कर रही थीं जो विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें मिला. एक अन्य लाभार्थी अंकिता उपाध्याय का मानना है कि लंबे इंतजार के बाद आखिरकार नियुक्ति पत्र मिला जो बेहद ही खुशियों से भरा है.