रांची: राज्यपाल रमेश बैस को सीएम हेमंत सोरेन ने राजभवन पहुंचकर पत्र सौंपा है। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से सदस्यता मामले में निर्वाचन आयोग की अनुशंसा की प्रति देने तथा उस पर निर्णय लेने की मांग की। साथ ही इस मामले में सुनवाई का उचित अवसर प्रदान करने की भी मांग की। यह भी बताया है कि उन्होंने पांच सितंबर को झारखंड विधानसभा में बहुमत प्राप्त किया है।
कहा, सदस्यता मामले में भ्रम की स्थिति तथा मीडिया में सामने आ रही बातों का भाजपा द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है। दलबदल को बढ़ावा तथा अनैतिक ढंग से सत्ता प्राप्त करने का प्रयास भाजपा द्वारा किया जा रहा है। हेमंत ने कहा कि भाजपा कभी अपने अनैतिक प्रयास में सफल नहीं होगी क्योंकि सरकार के पास दो तिहाई बहुमत है। राज्यपाल संवैधानिक प्रमुख होने के नाते संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा करें।
मुझे झारखंड राज्य में विगत तीन सप्ताह से अधिक समय से उत्पन्न असामान्य, अनापेक्षित एवं दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों के कारण इस अभ्यावेदन के साथ भवदीय के समक्ष उपस्थित होने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। फरवरी, 2022 से ही भारतीय जनता पार्टी द्वारा यह भूमिका रची जा रही है कि मेरे द्वारा पत्थर खनन पट्टा लिये जाने के आधार पर मुझे विधान सभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया जाएगा।