रांची : झारखंड के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति रहे डॉ रमेश शरण का निधन हो गया है. 69 वर्ष के रमेश शरण ने कोलकाता के एक अस्पताल में सोमवार देर रात आखिरी सांस ली. उन्हें लंग्स में इंफेक्शन था, जिसकी वजह से वे पिछले एक हफ्ते से बीमार थे. पहले उन्हें रांची के मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया. तबीयत में सुधार नहीं होने पर एयर एंबुलेंस से कोलकाता ले जाया गया, जहां कल देर रात उनका निधन हो गया. उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं. डॉ रमेश शरण सुप्रीम कोर्ट के एडवाइजर भी रहे थे. रमेश शरण के निधन पर सीएम हेमंत सोरेन ने शोक व्यक्त किया है.
रमेश शरण के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर लिखा- “मैं डॉ रमेश शरण के निधन से व्यक्तिगत रूप से काफी मर्माहत हूं, यह झारखंड के लिए बहुत बड़ी क्षति है. मै़ं मरांग बुरु से उनकी आत्मा की शांति एवं उनके परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं.”