रांची: रामनवमी पर राजधानी में झांकियां निकली. अखाड़े के साथ जुलूस की शक्ल में झांकियां शहर के कई इलाकों का भ्रमण करते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पहुंची. इससे पहले झांकियों और अखाड़ों का स्वागत जगह-जगह पर किया गया. बड़े-बड़े ध्वज लेकर पूजा समितियां भी पहुंची थी. इस दौरान अस्त्र-शस्त्र परिचालन भी युवाओं ने किया. वहीं बुजुर्ग भी कहां पीछे रहने वाले थे. युवाओं को जेश देखने लायक था. सीएम चंपाई सोरेन के अलावा राजनीतिक दलों के नेता और पूजा समितियों के पदाधिकारी शामिल हुए. सीएम ने भी संबोधित किया. उन्होंने राम के आदर्शों को अपनाने की अपील की. साथ ही कहा कि राम की तरह ही सभी का आदर करे. वहीं रमेश सिंह ने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी है. दिल्ली के कलाकारों के द्वारा भव्य नाटक का मंचन होगा.
महावीर चौक में जुटे अखाड़े, समितियों ने बरसाए फूल
रामनवमी को लेकर पूरी राजधानी राममय है. अखाड़ों के साथ मिलकर झांकियां निकाली गई है. अपर बाजार के महावीर चौक से अखाड़े निकले. जहां पर पूजा समितियों ने अखाड़ों का स्वागत किया. इस दौरान उनपर फूल भी बरसाए गए. श्री रामनवमी महिला श्रृंगार समिति ने भी अखाड़ों का स्वागत किया. पूजा समितियों ने अखाड़ों के अध्यक्ष का तलवार देकर स्वागत किया. जबकि महिलाओं को चुनरी ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. शोभायात्रा में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हुए. सभी का उत्साह देखने लायक था. सूरज संगम के संस्थापक शंकर प्रसाद ने बताया कि अखाड़ा की शुरुआत आज से 100 साल पहले हुई थी. आज 2024 में रामनवमी का महत्व और बढ़ जाता है. उन्होंने सभी सनातनियों से इसे बरकरार रखने को कहा है. युवा और महिलाओं ने भी तलवारबाजी में आथ आजमाए.