Joharlive Desk

जयपुर। राजस्थान में 18 महीने पुरानी अशोक गहलोत सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत कर दी है। वे सोमवार को विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचे। इसी बीच प्रियंका गांधी वाड्रा अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ बातचीत करके प्रदेश के राजनीतिक संकट को दूर करने की कोशिश कर रही हैं। वहीं मुख्यमंत्री आवास पर मौजूद 100 से ज्यादा विधायकों ने मीडिया के सामने विक्ट्री साइन दिखाया। कांग्रेस का दावा है कि उसके पास 109 विधायकों का समर्थन है। इसके अलावा रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी सचिन पायलट के संपर्क में है और उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही हैं। उनसे 48 घंटों में कई बार बात की गई है।

जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक हुई है। बैठक में 107 विधायक मौजूद रहे। बैठक खत्म होने के बाद सीएम निवास से बसों में बैठकर विधायक रवाना हो गए हैं। बैठक में शामिल हुए एक विधायक ने कहा की सब ठीक है। माना जा रहा है कि बस में मुख्यमंत्री गहलोत भी सवार हैं। 

राजस्थान में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सोमवार को विश्वास जताया कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने पायलट को ‘सच्चा कांग्रेसी’ बताया।

कांग्रेस विधायक दल की बैठक में 107 विधायक मौजूद हैं। मुख्यमंत्री गहलोत के मीडिया सलाहकार ने इस बात की पुष्टि की।
 

प्रियंका गांधी वाड्रा राजस्थान विवाद में मध्यस्थता करवा रही हैं। प्रियंका ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट से बात की है। इससे पहले राहुल ने बात करके मनाने की कोशिश की थी।

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