JoharLive Team
रांची। पांच साल तक झारखंड सरकार में मंत्री रहे सरयू राय बागी होकर मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ रहे है। सरयू ने बगावत के बाद केंद्रीय नेतृत्व और राज्य की सरकार पर रघुवर दास के बहाने लगातार हमले किए।
सरयू राय के ज्यादातर हमले रघुवर दास पर निजी ही रहे हैं। हालांकि अबतक के किसी भी चुनावी भाषण या पदयात्राओं में सरयू राय के खिलाफ सीएम रघुवर दास ने एक शब्द भी नहीं कहा। हर रोज सरयू राय कथित तौर पर नए खुलासे कर रहे हैं, हालांकि ऑडियो टेप और गोपनीय दस्तावेजों के भरासे मास्टरस्ट्रोक खेलने वाले सरयू राय इस चुनाव में बयानवीर की तरह की बातें करते दिखायी दे रहे हैं।
ऐसे में सरयू राय के बारे में राजनीतिक विशेषज्ञ यह कह रहे हैं कि सरयू राय बंद मुठ्ठी की तरह थे, यानि बंद मुट्ठी लाख की और खुल गई तो खाक की। एक तरफ सरयू राय जशमेदपुर पूर्वी की विकास के तरह तरह के दावे कर रहे हैं तो दूसरी तरफ जमशेदपुर पश्चिमी की जनता सरयू राय के कामकाज को लेकर लगातार उन्हें घेर रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि जिस सीट पर सरयू राय 2005 से लगातार लड़ते रहे हैं, वहां खुद विकास का काम क्यों नहीं किया।
नाराज हैं गोड़गौड़ा गांव के लिए, बताते हैं सरयू आदिवासी विरोधी
जमशेदपुर पश्चिमी में मानगो के बालीगुमा मौजा के गोड़गौड़ा गांव के लोग सरयू राय से काफी नाराज है। गांव के लोग सरयू राय को आदिवासी विरोधी बताते हैं। गांव के लोगों के मुताबिक, अगस्त महीने में गांव में मंगल मार्डी की रैयती जमीन पर पानी टंकी बनायी जा रही थी। गांव के लोगों ने इस चीज का विरोध किया। गांव के लोग चाहते थे कि पानी टंकी का निर्माण सरकारी जमीन पर हो न की किसी एक व्यक्ति की रैयती जमीन पर। गांव के लोगों ने तब सीओ की मौजूदगी में काम रूकवा दिया। इसके बाद गांव के लोग मंत्री सरयू राय से मिलने उनके आवास पर पहुंचे।
सरयू राय ने साफ कहा मदद नहीं कर सकते
गांव के लोगों का आरोप है कि सरयू राय के पास जब ग्रामीण पहुंचे तो उन्होंने साफ साफ मदद करने से इंकार कर दिया। ग्रामीण कहते हैं कि सरयू राय ने उन्हें कहा कि वह डीसी से बात करेंगे, लेकिन वह खुद कुछ नहीं कर सकते। इस दौरान पानी टंकी का काम रोकने पर गांव के लोगों को प्रताड़ना भी झेलनी पड़ी। विवाद के कारण अबतक गांव में पानी टंकी का निर्माण नहीं हो पा रहा है। गांव के लोगों का आरोप है कि मंत्री रहते सरयू राय ने कभी उनकी सुध तक नहीं ली।
अब सरयू पूर्वी क्षेत्र में जाकर कर रहे विकास का दावा
रघुवर दास के खिलाफ चुनावी ताल ठोंक रहे सरयू राय दावा कर रहे है कि जमशेदपुर शहर के प्रत्येक सरकारी अस्पताल में यह सुनिश्चित किया जायेगा कि सभी डॉक्टर – नर्स समय पर आये और विशेष रूप से गरीबों को निःशुल्क दवा और चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध हो। लेकिन सवाल उठता है कि क्या उन्होंने ऐसी सुविधाएं मंत्री रहते हुए अपने क्षेत्र में लागू करायीं।
राय यह भी दावा करते है कि – जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र की सभी बस्तियों में बिजली – पानी के निर्बाध आपूर्ति के प्रावधान किये जाएंगे ताकि बुनियादी सुविधाओं के लिए जनता को परेशानी का सामना ना करना पड़े। लेकिन खुद अपने इलाके की एक बस्ती का विवाद राय नहीं सुलझा पाए थे। इस बस्ती के लोगों में सरयू राय को लेकर खूब नाराजगी है। जशमेदपुर पश्चिमी की बस्ती के लोग सरयू राय की बातों को महज ढकोसला बता रहे हैं।
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