Joharlive Team
- फ्लाई ओवर निर्माणकर्ता एजेंसी ही करेगी यूटिलिटी शिफ्टिंग का काम.
- रातू रोड एवं हरमू फ्लाई ओवर के निर्माण की लागत अलग अलग निर्धारित करने का निर्देश.
- फ्लाई ओवर के निर्माण की प्रक्रिया यातायात प्रबंधन योजना स्वीकृत होने के बाद जल्द शुरू करने का आदेश.
- अरगोड़ा क्रासिंग पर फ्लाई ओवर से कनेक्टिंग पुंदाग एवं कडरू साइड एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने पर भी चर्चा.
रांचीः नगर विकास विभाग ने रांची की यातायात समस्या से निजात पाने की कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए अगले पांच वर्ष के संभावित यातायात गतिविधि को ध्यान में रख कर कार्ययोजना बनाने का निर्देश नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने दिया है. सोमवार को प्रोजेक्ट भवन में रातू रोड एवं हरमू एकीकृत फ्लाई ओवर के निर्माण से संबंधित प्रधान सचिव की अध्यक्षता में बैठक हुई.
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ( एनएचएआइ ), राज्य पथ निर्माण विभाग, नगर विकास एवं जुडको की संयुक्त बैठक में एकीकृत फ्लाई ओवर के निर्माण पर चर्चा हुई. बैठक में प्रधान सचिव ने कहा कि यूटिलिटी शिफ्टिंग और फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य एक ही संवेदक एजेंसी से कराया जकए. अलग अलग कराने से योजना के निर्माण में अनावश्यक विलंब होगा. डीपीआर पहले ही संशोधित किया जा चुका है। अब कोई बाधा नहीं है। श्री सिंह ने निर्देश दिया के कम से कम परेशानी में लोगो को ज्यादा से ज्यादा सुविधायें दी जाये। रातू रोड एवं हरमू में बिजली की अंडर केबलिंग का काम नगर विकात विभाग करेगा.
प्रधान सचिव ने बैठक में उपस्थित परामर्शी रोडिक के प्रतिनिधि बीके झा को निर्देश दिया कि एकीकृत फ्लाई ओवर के निर्माण की लागत नगर विकास एवं एनएचएआइ का अलग अलग तय कर राशि का ब्यौरा उपलब्ध कराया जाए. नगर विकास विभाग एवं एनएचएआइ को कितना कितना खर्च करना होगा. इसे अविलंब उपलब्ध कराया जाये.
अरगोड़ा चौक पर फ्लाई ओवर से जोड़ते हुये पुंदाग एवं कडरू साइड पर दो लेन का एलिवेटेड कॉरिडोर भी बनेगा. प्रधान सचिव ने इस दिशा में कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया.
बैठक में जुडको के परियोजना निदेशक तकनीकी रमेश कुमार, नगर विकास विभाग के संयुक्त सचिव संजय बिहारी अंबष्ठ, एनएनएआइ के परियोजना निदेशक अजय सिन्हा और पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख रासबिहारी सिंह मौजूद थे।