रांची। 10 जून को रांची में हुए हिंसा की जांच सीआईडी करेगी। डीजीपी नीरज सिन्हा के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आईजी मानवाधिकार अखिलेश झा ने इस संबंध में सीआईडी एडीजी को पत्र भेजा है। सीआईडी डेली मार्केट थाना में दर्ज केस 17/22 को टेकओवर करेगी। इस केस में सदर अंचल के सीओ अमित भगत शिकायतकर्ता हैं। सीआईडी के डीएसपी या इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में इस मामले की जांच की जाएगी, इसके लिए एक टीम का गठन भी किया जाएगा।
डेली मार्केट थाने में दर्ज केस में 22 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। वहीं आठ से दस हजार अज्ञात लोगों को भी दंगा, सरकारी कामकाज में बाधा, हिंसा करने के संगत धाराओं में आरोपी बनाया गया था। जिन लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है, उसमें मो सरफराज, कैफी, नदीम अंसारी, शहबाज, मो तबारक, मो साहिल, मो मोद्दसीर, मो सुफियान, शबीर अंसारी, मो उसमान, तबारक, मो अफसर, सद्दाम हुसैन, सदाब आलम, मो अजीम, मो सदाम, जमाल गद्दी, माजिद आलम, खालिद उमर, नकीब उर्फ मिंटू, मुन्ना गद्दी, सद्दाम गद्दी को नामजद आरोपी बनाया गया था।
10 जून की हिंसा को लेकर दर्ज केस में बताया गया है कि नजायज मजमा लगाकर भीड़ ने पथराव किया, फायरिंग की। रोकने पर पुलिस बलों के हथियार लूटने की कोशिश की गई। मौके पर पुलिस ने भीड़ को समझाने का कोशिश की इसके बाद ध्वनि विस्तारक यंत्र से भीड़ को हटने को कहा गया, लेकिन भीड़ नहीं मानी, इसके बाद पांच राउंड आंसू गैस छोड़ा गया। भीड़ के नहीं मानने पर हवाई फायरिंग का जिक्र प्रशासन के द्वारा दर्ज कराए गए एफआईआर में है। अब सीआईडी पूरे मामले की स्वतंत्र जांच करेगी।
हिंसा के दौरान दो युवकों की मौत हुई थी। पुलिस ने अबतक यह स्पष्ट नहीं किया है कि पुलिस की फायरिंग से दोनों युवकों की मौत हुई है। पुलिस ने भीड़ के द्वारा भी फायरिंग करने का आरोप लगाया है। ऐसे में सीआईडी के सामने यह चुनौती होगी कि मृतकों को किसकी गोली लगी थी, उससे पर्दा उठाया जा सके।