रांची: रांची में रेमडेसिविर की कालाबाजारी के मामले में सीआईडी ने दो लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की. सीआईडी ने इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार कांके रोड निवासी राजीव सिंह और हिनू के सृष्टि अस्पताल के कर्मी मनीष सिन्हा के खिलाफ चार्जशीट दायर करते हुए आरोपी बनाया है. रेमडेसिविर कालाबाजारी मामले की जांच सीआईडी के निवर्तमान एडीजी अनिल पलटा के नेतृत्व में बनी एसआईटी कर रही है.
पूरा मामला हाई प्रोफाइल है और इसे देखते हुए ही इस मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई है. एसआईटी का नेतृत्व एडीजी अनिल पालटा कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार पूरे मामले में सीआईडी की तरफ से बताया गया है कि 6 रेमडसीवीर सृष्टि अस्पताल में भर्ती मरीजों के नाम पर आवंटित हुई थी.
लेकिन इन मरीजों को रेमडेसिविर नहीं दिया गया. और इसी रेमडेसिविर को अस्पताल के कर्मी मनीष सिन्हा द्वारा मेडिसिन प्वाइंट के संचालक राजेश रंजन को दिया गया. जिसके बाद इस जीवन रक्षक इंजेक्शन की राजीव कुमार सिंह के द्वारा ब्लैक मार्केटिंग की गई. इस मामले में रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम को एसआईटी के द्वारा सरकारी गवाह बनाया गया है.
इस मामले में केस के इंटरवेनर एडवोकेट राजेंद्र कृष्णा का कहना है कि एडीजी अनिल पालटा के नेतृत्व में चल रही जांच पर उन्हें भरोसा है. और उम्मीद है कि इस केस से जुड़े सभी सफेदपोश लोगों के नाम सामने आएंगे. उन्होंने कहा कि रेमडेसिविर बाजार कैसे पहुंचा, इसके सोर्स कौन लोग हैं, इन सबकी जांच होनी सबसे जरूरी है.