रांची/कोलकाता। कांग्रेस विधायक कैश कांड में पश्चिम बंगाल सीआईडी की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। इस मामले में हर दिन नए नए खुलासे हो रहे हैं। बुधवार को सीआईडी की टीम को दिल्ली पुलिस ने एक व्यवसाई सिद्धार्थ मजूमदार के घर की तलाशी लेने से रोक दिया। वहीं कोलकाता में दूसरी टीम ने व्यवसाई महेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली पुलिस ने पश्चिम बंगाल सीआईडी को इस घटना में दिल्ली में विशेष अभियान चलाने से रोक दिया। सूत्रों के मुताबिक भगोड़े कारोबारी महेंद्र अग्रवाल के साल्ट लेक हाउस में तलाशी अभियान के दौरान सीआईडी के अधिकारियों ने कई दस्तावेज जब्त किए। मालूम हो कि कांग्रेस के तीन विधायक गुपचुप तरीके से विमान से कोलकाता होते हुए वहां के असम के मुख्यमंत्री से मिलने गुवाहाटी गए थे। उस समय सिद्धार्थ मजूमदार वहीं थे जिन्होंने असम के मुख्यमंत्री से कांग्रेस के तीन विधायकों का परिचय करा कर पूरी डील प्रक्रिया में अपनी अहम भूमिका निभा रहे थे। मालूम हो कि उनका घर दिल्ली में है।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की एक विशेष टीम ने मजूमदार के दिल्ली स्थित घर पर तलाशी वारंट होने के बावजूद पश्चिम बंगला सीआईडी के अधिकारियों को तलाशी नहीं लेने दी। सीआईडी सूत्रों के मुताबिक सिद्धार्थ मजूमदार नाम का यह शख्स कांग्रेस का पूर्व नेता है। वर्तमान में वह गुवाहाटी, असम के हेमंत विस्वा सरमा के बहुत करीबी हैं।