Joharlive Desk

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर एक बार फिर हमला किया। उन्होंने कहा, अमेरिका हर तरह से चीन के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है, लेकिन चीनी सरकार अपने वादों को तोड़ती रही है। ट्रंप ने यहां तक कहा कि चीन ने सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों के साथ किए वादों को भी तोड़ा है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने राष्ट्रपति ट्रंप के हवाले से कहा है कि चीन के साथ अमेरिका खुले और रचनात्मक रिश्ते चाहता है, लेकिन उन संबंधों को पाने के लिए हमें अपने राष्ट्रीय हितों की सख्ती के साथ रक्षा करने की जरूरत है। चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने लगातार हमारे और कई अन्य देशों के साथ वादों को तोड़ा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने चीनी सुरक्षा तंत्र की तरफ से निगरानी और सजा के बढ़ते खतरे को दर्शाने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। यह तब हुआ जब चीन की संसद ने हांगकांग में एक नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने का प्रस्ताव पारित किया।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने हाल ही में कहा था कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी न सिर्फ वुहान से फैले कोरोना वायरस की जानकारी अब भी छिपा रही है, बल्कि उसने हांगकांग के लोगों की आजादी भी बर्बाद कर दी है। चीन दूसरों की बौद्धिक संपत्ति चुराने की कोशिशें कर रहा है। वह दक्षिण चीन सागर में भी अपनी ताकत बढ़ाना चाहता है। इन दोनों कामों का पूरी दुनिया पर असर पड़ेगा।

ट्रंप ने कोरोना वायरस को लेकर लगातार चीन पर हमला बोलते हुए उसकी भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने हाल ही में कहा कि कोरोना वायरस चीन का दिया हुआ बहुत ही बुरा उपहार है। उन्होंने आरोप लगाया कि चीन चाहता तो इसे रोक सकता था। उन्होने कहा कि पूरी दुनिया में कोरोना फैलने से पहले वुहान बहुत बुरी हालत में था, लेकिन यह चीन के किसी अन्य हिस्से में नहीं फैला।

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