Joharlive Team
देवघर। झारखंड सरकार के द्वारा बंद पड़े सरकारी विद्यालयों में बच्चों के लिए मध्यान भोजन के विकल्प के रूप में सूखा चावल दिया जा रहा है । लेकिन उत्क्रमित मध्य विद्यालय बंधा में शिक्षक की सूझबूझ के कारण सभी बच्चों को अनाज और छात्रवृत्ति का वितरण किया गया।
दरअसल सरकार ने 70 फ़ीसदी बच्चों के लिए अनाज की व्यवस्था की और इसका आवंटन स्कूल को कर दिया । अब ऐसे में किन बच्चों को दिया जाए और किन बच्चों को ना दिया जाए । इस पर संशय की स्थिति बन गई। लेकिन उत्क्रमित मध्य विद्यालय बंधा के प्रभारी प्राचार्य मनोरमा झा की सूझबूझ के कारण यह मामला भी सुलझ गया है ।
दरअसल मनोरमा झा कुल आवंटन को कुल छात्र छात्राओं से डिवाइड कर दिया और सभी छात्र छात्राओं में बराबर चावल वितरित कर मामले को सुलझा दिया इसके अलावा सामाजिक दूरी का पालन करते हुए एक मैदान में बच्चों को खड़ा कर पारदर्शिता अपनाते हुए सभी के बीच चावल और छात्रवृत्ति का वितरण कर दिया गया।
जिससे परिजन और छात्र दोनों ही खुश नजर आए कुल मिलाकर इस खबर ने यह दर्शाया है कि अगर विद्यालय प्रबंधन समिति अपने सूझबूझ का इस्तेमाल करें तो अच्छी रणनीति से समस्याएं हल की जा सकती है और कम संसाधन में भी छात्र छात्राओं को समानता के आधार पर खुश किया जा सकता है।