धनबाद: बीसीसीएल लोदना क्षेत्र के मोहरीबांध के समीप गोफ बन गया, जिससे एक बच्चा उसमें घुस गया और बुरी तरह झुलस गया है. बच्चे को गंभीर हालत में गोफ से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद परिजनों का जहां रो-रोकर बुरा हाल है वहीं स्थानीय लोगों में आक्रोश है. लोगों के मुताबिक जरेडा से सर्वे होने के बाद बीसीसीएल प्रबंधन के द्वारा अग्नि प्रभावित क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों का अब तक पुनर्वास नहीं किया गया है. धनबाद में एक दर्दनाक हादसा होने से टल गया. अपने घर के सामने ही 10 साल का बच्चा खेल रहा था, अचानक वहां गोफ बन गया, जिसमें बच्चा गोफ के अंदर घंस गया.

एक 15 साल की लड़की के सामने यह घटना घटी, उसी लड़की ने अनानफानन में बच्चे का हाथ को पकड़ शोर मचाया. जिसके बाद घर के अन्य सदस्य दौड़ते हुए बाहर आए और गोफ से खींचकर बच्चे को बाहर निकाला. इस हादसे में बच्चा बुरी तरह झुलस गया है. स्थानीय अस्पताल में बच्चे का इलाज चल रहा है. घटना के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन और बीसीसीएल प्रबंधन के प्रति आक्रोश है. लोगों का कहना है कि पुनर्वास को लेकर प्रशासन के द्वारा सर्वे कराया गया है. लेकिन अबतक उन्हें शिफ्ट नहीं कराया जा रहा है. कोयलांचल में 24 मई 2017 को झरिया के इंदिरा चौक में गोफ बनने के दौरान बाप-बेटे जिंदा जमींदोज हो गए थे.

शुक्रवार को हुए हादसे इसकी याद एक बार फिर से ताजा हो गयी. लोदना एरिया बीसीसीएल दस के घनुडीह में दिलीप महात्मा का दस साल का बेटा शशि गोफ में दफन होने से बाल बाल बच गया. घर के सामने ही शशि खेल रहा था. अचानक खेल रहे स्थान पर गोफ बना गया. शशि उस गोफ के अंदर धीरे धीरे धंसता जा रहा था. थोड़ी दूर में खड़ी शीतल नाम की 15 साल की नजर इस पर पड़ी. इसके बाद शीतल भागते हुए शशि को बचाने के लिए पहुंची. शीतल शशि का हाथ पकड़ शोर मचाने लगी. शीतल की चीख सुनकर शशि के परिजन व अन्य लोग दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे. जिसके बाद शशि को गोफ से बाहर निकाल लिया गया. गोफ के अंदर से निकलने वाले लहलहाती आग लहर से बुरी तरह से झुलस चुका है.

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