JoharLive Team
रांची । मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी ने पूजा पंडाल तक वीवीआईपी और सरकारी अफसरों के वाहनों को ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसका पालन सुनिश्चित कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि अति विशिष्ट (वीवीआईपी) महानुभवों तथा सरकारी पदाधिकारियों द्वारा देवी दर्शन के लिए विभिन्न पंडालों का परिभ्रमण किया जाता है। इस क्रम में उनके वाहनों को निर्धारित रूटों की अवहेलना कर पूजा पंडाल तक ले जाने का प्रयास किया जाता है। इससे आमजनों को न सिर्फ कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, बल्कि उनमें इसका एक गलत संदेश भी जाता है। मुख्य सचिव ने मंगलवार को सभी प्रमंडलीय आयुक्तों, उपायुक्तों, डीआईजी और एसपी को इस आशय का पत्र लिख निर्देश दिया है कि यह सुनिश्चित करें कि वीवीआईपी वाहन भी निर्धारित पार्किंग में ही खड़े किए जाएं।
10 बिन्दुओं पर दिया दिशा-निर्देश
मुख्य सचिव ने कहा है कि दुर्गा पूजा के उत्सव को बिना किसी खलल के अंजाम तक पहुंचाना शासन और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण काम होता है। लेकिन, कुछ बुनियादी बिन्दुओं पर कड़ाई से पालन किया जाए तो वह आसान भी बन जाता है। इसके लिए 10 बिन्दुओं को रेखांकित करते हुए मुख्य सचिव ने कहा है कि पूजा के दौरान ट्रैफिक रूट का निर्धारण कर उसका कड़ाई से पालन कराएं। पूजा समितियों से समन्वय बनाए रखें तथा शांति समिति का गठन और बैठक कर विधि व्यवस्था की रणनीति बना लें। सूचना और आपदा प्रबंधन तंत्र का सुदृढ़ीकरण कर लें। जिला नियंत्रण कक्ष और वायरलेस व्यवस्था चाक-चौबंद बना लें। सीसीटीवी का अधिष्ठापन ससमय कर लें तथा थाने को उत्तरदायी बनाएं। इसके साथ सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई का समुचित प्रचार-प्रसार भी करने का निर्देश दिया है।
प्रशासन साथ खड़ा है, यह दिखे भी
मुख्य सचिव ने कहा है कि पूजोत्सव के दौरान प्रशासन अपनी रणनीति के अनुसार काम करे, साथ ही वह नजर भी आए। उन्होंने कहा है कि इसका सकारात्मक असर जहां आम लोगों पर पड़ेगा, वहीं अवांछित तत्व इससे हतोत्साहित होंगे। इसके लिए लगातार पेट्रोलिंग करने तथा महत्वपूर्ण स्थानों पर स्टैटिक पुलिस बल तैनात करने का निर्देश दिया है।